युवाओं की अनोखी मिसाल

शक्ति प्रसाद। चुराह

कहते है आसमान में भी सुराख हो सकता है , एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो । यही कारनामा कर दिखाया है सलूनी क्षेत्र के खरल पंचायत के जलाई गांव के रहने वाले चार युवाओं ने देश में इस समय अनलोक चल रहा है लेकिन कोरोना वायरस जैसी महामरी के चलते लोक डाउन पूरे देश में होने के बाबजूद कई ऐसे लोग है जिन्होंने इस समय बेहतर कार्य किया जलाई गांव के योग सिंह राणा की टीम पिछले तीन महीनो से गांव के युवाओं को पढ़ाने का कार्य कर रहे है । हर गांव पाठशाला , थीम को लेकर इन चार युवाओं की टीम बेहतरीन कार्य कर रही है। इस समय पूरे प्रदेश में कोरोना महामरी के चलते सरकारी और निजी स्कूल बंद होने चलते जहां बच्चे अपने घरों में और ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे है लेकिन योग सिंह राणा ने गांव के बच्चों को पढ़ाने का बीड़ा उठाया है और गांव में एक जगह बच्चों को इकठा करने के बाद उन्हें विषयों सबंधी पढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा बच्चों को बेसिक बातों को भी चार लोगों की टीम सिखा रही है। युवाओं ने बच्चों को पढ़ने के लिए ये कदम उठाया है जिसकी चारो तरफ तारीफ हो रही है।

बताते चले कि योग सिंह की संस्था बच्चों को निशुल्क पढ़ाने में अपना एहम योगदान दें रही हैं । जब बच्चे लॉक डाउन में अपने घरों में रहे तो उस समय योग सिंह राणा की टीम बच्चों को घर में शिक्षा हासिल करवाने के लिए निरंतर प्रयास करते रहे । जिनके प्रयास की आज तरफ हो रही है ,गांव में करीब पचीस से तीस बच्चे पढ़ाई करने के लिए आते है और उन्हें भी पढ़ाई करने में खूब आनंद आता है । बता दें योग सिंह राणा जेबीटी प्रशिक्षु है जिसके बाद इन दिनों बच्चों को पढ़ाने का बीड़ा अन्य युवाओं के साथ उठाया है

वहीं दूसरी और शिक्षा ग्रहन करने बाले बच्चों का कहना है की हमें पढ़ाई करने का पूरा लाभ मिल पा रहा है ,क्यूंकि लोक डाउन के चलते हमारे स्कूल बंद है ऐसे हमारे कुछ अध्यापक पढ़ाते है जिससे हमें काफी समझ आता है गाँव में ही सभी बच्चे शिक्षा ग्रहन करते है हम चाहते है जैसे हमें पढ़ाया जाता है वैसे ही अन्य गाँव में भी ऐसे ही पढ़ाई होती रहे है ।

वहीं दूसरी और जेबीटी प्रशिक्षु योग सिंह राणा , कुलदीप सिंह ,मनोज कुमार का कहना है कि हम पिछले काफी समय से लॉक डाउन के चलते गाव के बच्चों को ,हर गांव पाठशाला ,थीम पर काम कर रहे है हमारा प्रयास है कि गांव के बच्चों को जब तक स्कूल नहीं खुलते है तब तक बच्चों को गांव में सोशल डिस्टेंस का ख्याल रखते हुए मास्क पहनाते हुए हम शिक्षा दे रहे है ताकि बच्चे आसानी से पढ़े इसको लेकर हमारे चार लोग सेवाएं निशुल्क बच्चों को दे रहे है । हमारा प्रयास है कि हर गांव में इस तरह की पहल होनी चाहिए ताकि जब तक स्कूल नहीं खुलते बच्चों को शिक्षा गांव में मिलती रहे ।