गाड़ियों की पासिंग रिश्वत मामला: एसडीएम ने रोकी पास हुई गाड़ियों की मंजूरी, आरोपी के घर से बरामद हुई 100 फाइलें

उज्जवल हिमाचल। मंडी

मंडी जिला पुलिस स्टेट विजिलेंस द्वारा एक लाख 13 हजार 120 रूपए सहित रंगे हाथों पकड़े गए अरोपियों को बर्खास्त करने बाद प्रशासन ने और ज्यादा कड़ा रूख अपनाया हैं। एमवीआई के एजेंटों के माध्यम से पास हुई गाड़ियों की पासिंग को रद कर दिया है। मामले में फंसे एमवीआइ के घर से भी गाड़ियों की पासिंग की फाइलें मिली हैं। कुल 100 के करीब फाइलें गाड़ी और आरोपित के घर से मिल चुकी हैं। वहीं एसडीएम बल्ह ने 27 नवंबर को शाम पांच बजे तक हुई गाड़ियों की पासिंग की फाइलों को रोक दिया है। वह स्वयं अब गाड़ियों की जांच करेंगी। इस बावत अधिकारियों को सूचित कर दिया है। वहां से पासिंग करवाने के लिए नई तिथि जारी होगी।

गाड़ियों की पासिंग की एवज में पैसे के लेन-देन में एमवीआइ अभिषेक शर्मा और उसके दो साथियों को सुंदरनगर में एक लाख 13 हजार रुपये और फाइलों के साथ विजिलेंस ने पकड़ा है। आरोपित एक दिसंबर तक पुलिस रिमांड में हैं। अब पासिंग के लिए पैसों के लेन-देन की बात सामने आने के बाद एसडीएम बल्ह ने पुन पासिंग करवाने के लिए अधिकारियों को अवगत करवाया है। वहीं इस दौरान हुई वीडियोग्राफी की जांच भी होगी। जिसमें देखा जाएगा कि जिन वाहनों को एमवीआइ ने पास किया है वह फिट हैं या नहीं। हालांकि जिस समय वाहनों की पासिंग हुई है, वहां किसी तरह की संदिग्ध हलचल देखने को नहीं मिली थी।

रविवार रात को एमवीआइ के घर से मिली फाइलों की जांच भी विजिलेंस कर रही है कि यह कब की फाइलें हैं। बता दें बल्ह के एमवीआइ का तबादला होने के बाद अभिषेक शर्मा को यहां का कार्यभार दिया गया था। सूत्र बताते हैं कि उन्होंने अपनी इच्छा से यह कार्यभार लिया था। एसडीएम बल्‍ह ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि जिस दिन पासिंग थी उस दिन मेरी डयूटी कोविड वैक्सीनेशन में थी। मामला सामने आने के बाद अब वहां पास हुई गाड़ियों की फाइलों को रोक अधिकारियों को अवगत करवाया है। मैं स्वयं पास हुई गाड़ियों की जांच करूंगी। उधर, डीएसपी विजिलेंस मंडी मनमोहन सिंह का कहना है आरोपित के घर से कुछ फाइलें मिली हैं। इनकी जांच की जा रही है।