सोलन नगर निगम के विरोध में ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ बोला हल्ला

सुरेंद्र सिंह सोनी। सोलन
इस समय सोलन में नगर निगम का मुद्दा गरमाया हुआ है। जहां एक तरफ सोलन को नगर निगम का दर्जा मिलने से सोलन शहर के लोगो में ख़ुशी की लहर है। वहीं, सोलन नगर निगम में सम्मिलित की गई आठ पंचायतों के 84 गांव के लोग आज नगर निगम के विरोध में सडक़ों पर उतरे और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सोलन के पीडब्लूडी रेस्ट हाउस से मिनी सचिवालय तक रैली निकालकर हजारों ग्रामीणों ने नगर निगम का विरोध दर्ज करवाया।

आगामी चुनावों का बहिष्कार करेंगे ग्रामीण

ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने अपनी आपत्तियां दर्ज करवाई थीं बावजूद इसके सरकार ने उनको नगर निगम में मर्ज किया है। जिला सोलन में यह प्रर्दशन नगर निगम को बनाने के विरोध में है। आठ पंचायतों सहित अन्य पंचायतों के लोग भी इस प्रर्दशन में सरकार के खिलाफ हैं व मांग कर रहे हंै कि उनकी पंचायतों को नगर निगम से तुंरत हटाया जाए।

नगर निगम के विरोध में महिलाओं ने संभाला मोर्चा

महिला शक्ति इस प्रर्दशन में पहली पंक्ति में देखने को मिली। महिला शक्ति का आरोप है कि वे अपने गांवो में ही खुश हैं किससे पूछ कर उन्हें नगर निगम में शमिल किया है। ग्रामीणों की सरकार को चेतावनी है कि आगामी चुनावों में वह भाजपा का बहिष्कार करेंगे व भाजपा को जबदरस्त पटखनी देंगे। मतदाता शक्ति का प्रयोग कर ऐसी तानाशाही वाली सरकार को जड़ से उखाड़ेंगे। ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि वे नगर निगम का पुरजोर विरोध करेंगी व ऐसी सरकार की तानाशाही को नहीं चलने दिया जाएगा। यदि सरकार फिर भी नहीं मानी तो वे अनशन पर जाकर सडक़ों पर उग्र प्रर्दशन करेंगी । उन्होंने कहा कि सरकार की कथनी व करनी में फर्क है, जिसका खामियाजा आने वाले चुनवों में प्रदेश सरकार को भुगतना पड़ेगा।