वैज्ञानिक आधार पर होगा कचरे का निस्‍तारण : पीएम माेदी

उज्जवल हिमाचल। नई दिल्ली

स्वच्छ भारत मिशन के दूसरे चरण में अगले पांच वर्षों के भीतर शहरों से निकलने वाले कचरे का वैज्ञानिक प्रबंधन किया जाएगा, जिससे महानगरों और शहरों के बाहर कूड़े के पहाड़ बनने की नौबत नहीं आएगी। इसी तरह अमृत के दूसरे चरण में सभी शहरों के हर घर को नल से जोड़ा जाएगा। इसके अलावा सीवेज के पानी को साफ कर दोबारा उपयोग करने लायक बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को शहरों को कचरामुक्त बनाने और उन्हें जल सुरक्षा प्रदान करने वाली दो योजनाओं का शुभारंभ करेंगे।

इसकी शुरुआज आज नई दिल्‍ली स्थित डॉक्‍टर अंबेडेकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में की जाएगी। स्‍वच्‍छ भारत मिशन के दूसरे चरण के तहत वर्ष 2030 के तय सतत विकास लक्ष्यों को पाने की तरफ आगे बढ़ा जाएगा। ये योजना मुख्‍य तौर पर ट्रिपल आर से जुड़ी है। इसमें रिड्यूज, रीयूज और रीसाइकिल शामिल है। वैज्ञानिक आधार पर कचरे का समाधान कर इस लक्ष्‍य को पाने में सफलता हासिल हो सकती है। इस मिशन के तहत करीब 4700 लोकल बॉडीज को स्‍वच्‍छ पानी की आपूर्ति की भी शुरुआत हो जाएगी।

इस योजनाओं की सबसे बड़ी खास बात देश के शहरों से निकलने वाले कचरे और इससे बनने वाले कूड़े के पहाड़ों को कम करने में मदद मिल सकेगी। आपको बता दें कि देश के विभिन्‍न छोटे और बड़े शहर कचरे से बनने वाले पहाड़ों और इससे होने वाले परेशानियों से दो चार हो रहे हैं। आज जिन योजनाओं की शुरुआत पीएम मोदी करेंगे उसकी एक और खास बात ये भी है कि सरकार इसके तहत देश में करीब 2.68 करोड़ स्‍वच्‍छ पानी के कनेक्‍शन लगाएगी, जिसके तहत लोगों को साफ पानी मिल सकेगा। इसके तहत करीब 500 शहरों में 2.64 करोड़ सीवर कनेक्‍शन भी दिए जाएंगे। इसके करीब 10.5 करोड़ लोगों को फायदा होगा।