समस्या का समाधान नहीं , तो वोट भी नहीं

बूंद-बूंद पानी को तरस रहे भाखड़ा विस्थापित

भारद्वाज । झंडूत्ता

विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले गांव कोसरिया के बड़गांव गलु में आज भी भाखड़ा विस्थापित 100 साल पुरानी जिंदगी जी रहे हैं और डैम का पानी पीने के लिए मजबूर है एक और करोना महामारी और और दूसरी तरफ पानी की किलत। क्या कागजों में ही सिमट कर रह गई है आखिर इनका क्या दोष है जो यह गांव से करीब 2 किलोमीटर दूर जाकर जहां डेम सूख गया है और डैम के छोटे-छोटे बने पानी के गड्ढों से पानी भरकर अपना काम चला रहे हैं। क्योंकि स्कीम में पानी की कमी नहीं है, लेकिन पानी छोड़ने वाले कर्मचारी कुछ पहुंच वाले लोगों के चहेते हैं और जिस, पानी में छोटे-छोटे जीव देखे जा सकते हैं रोजाना बच्चे या बूढ़े लोगों को कड़ी धुप में पानी की बोतलें भरते देखा जा सकता है।

आखिर इसका जिम्मेदार कौन है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि कई बार विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया मगर कोई समाधान नहीं किया गया। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से गुहार लगाई है कि जल्द ही भाखड़ा विस्थापितों की इस पानी की समस्या का समाधान किया जाए ताकि वह इस नरक की जिंदगी से बाहर निकल सके।
स्थानीय लोगों देश राज, पिंकी देवी, सुरेन्द्र पाल, दीपा देवी, रोशन लाल व अन्य ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो आने वाले चुनावों का बहिष्कार किया जाएगा, जिस के नतीजों के लिए तैयार रहें।