उज्ज्वल हिमाचल। सोलन
सोलन में भीषण गर्मी से पेयजल संकट गहरा गया है। स्थिति यह हो गई कि जिला में 31 पेयजल योजनाएं सूखने की कगार पर है। इन योजनाओं के पानी के स्रोत का जलस्तर 75 से 100 फीसदी तक कम हो गया है। यह सभी योजनाएं खड्ड या नदियों पर स्थापित है या फिर ग्रेविटी के माध्यम से चल रही है। भीषण गर्मी में खड्डों व नदियों के साथ प्राकृतिक जलस्रोतों का जलस्तर लगातार कम हो रहा है। इसमें से कुछ ऐसे है जो सूख गए है। पिछले तीन – चार दिनों से जिला सोलन में पड़ रही भीषण गर्मी से इस तरह के हालात बन गए हैं।
आलम यह है कि पिछले दो दिनों में जिला सोलन में 171 पेयजल योजनाएं प्रभावित हो गई है। इस तरह से जिला सोलन में प्रभावित हुई स्कीमों का आंकड़ा 226 हो गया है। जिला सोलन में जल शक्ति विभाग के चार मंडलों में कुल 756 पेयजल योजनाएं है। इनमें से 31 पेयजल योजनाओं में स्थिति सबसे ज्यादा नाजुक बनी है। यह सभी योजनाएं सोलन मंडल की है, जिसमें अधिकांश योजनाएं धर्मपुर उपमंडल की है। धर्मपुर उपमंडल में कई ग्रामीण क्षेत्रों में इस समय पानी के हाहाकार मचा हुआ है।
इन 31 पेयजल योजनाओं में 75 से 100 फीसदी तक पानी कम हो गया है। इसकी वजह से यह स्थिति बनी हुई है। हमारे सवाददाता से बात करते हुए नगर निगम सोलन की आयुक्त एकता कपटा ने बताया कि सोलन शहर बहुत बढ़ गया है व वहीं पुरानी योजनाएं है जिस वजह से उन्हें जल शक्ति विभाग से पानी की सप्पलाई कम हो रही है जिस वजह से लोगो को 5 दिन बाद पानी की सप्लाई दी जा रही है। उन्होंने कहा कि नगर निगम भरसक प्रयास कर रही है लेकिन पानी की सप्लाई कम होने की वजह से इस तरह की परेशानी आ रही है।