प्रदेश में थम गए निजी बसों के पहिये

मांगे न मानने तक बस ऑपरेटर की अनिश्चितकालीन हड़ताल रहेगी जारी

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। शिमला

प्रदेशभर की निजी बसों के पहिए सोमवार सुबह अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते थम गए। कोरोना के चलते सरकार ने बसे 50 प्रतिशत कैपिसिटी के साथ चलाने के निर्देश दिए हैं, जिससे प्राइवेट बस ऑपरेटर्स को नुकसान हो रहा है। प्रदेश में 3300 निजी बसें हैं। ऑपरेटर्स ने सरकार से एसआरटी, वर्किंग कैपिटल, टोकन टेक्स माफ करने की मांग उठाई है। जब तक सरकार इन मांगों को नही मानती है, हड़ताल जारी रहेगी।

प्राइवेट बस ऑपरेटर संघ के प्रदेश महासचिव रमेश कमल ने कहा कि काेरोना कॉल में निजी बस ऑपरेटर को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। ऑपरेटर अपनी मांग को लेकर कई बार सरकार के समक्ष अपनी मांगों को रखा है, लेकिन उनकी मांगों को अनसुना किया गया है। उन्होंने कहा कि आज से पूरे प्रदेश में निजी बस ऑपरेटर हड़ताल पर है और जब तक सरकार टोकन टैक्स एसआरटी और वर्किंग कैपिटल को माफ नहीं करती है, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। करोना काल में सवारियां न मिलने के कारण उन्हें भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।