पंजाब की तर्ज पर स्कूल क्यों नहीं खोल रही सरकार : चन्द्र कुमार

बिनय महाजन। नुरपुर

 

हिमाचल प्रदेश सरकार ने एक बार फिर केबिनेट बैठक का हवाला देकर बच्चों के अभिभावक को पुन: सोचने पर मजबूर कर दिया। सरकार द्वारा एक बार फिर स्कूल बंद करने के आदेश दिए गए है। ऐसे में बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि पडोसी राज्य पंजाब में प्रतिदन हिमाचल से अनेक परिवारों के बच्चे पढ़ने के लिए स्कूल जा रहे हैं इन बच्चों में सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों के बच्चे भी शामिल हैं लेकिन बार्डर पर किसी भी स्कूली बसों की चैकिंग नहीं की जाती। जब पंजाब से यह बच्चे पढ़कर हिमाचल में अपने घरो में आते हैं। अगर हिमाचल प्रदेश में काेरोना के खौफ से बच्चों के स्कूल सरकार ने बंद किऐ है तो फिर महाविद्यालय क्यों सरकार ने खोले। दूसरी तरफ सरकारी विभागों में मुलाजिम व जनता बिना खौफ के भीड में समूह के रूप में घूम रहे हैं। शादी समारोह में भी भीड़ देखने को मिल रही हैं।

हर बार कैबिनेट बैठक से पहले ही सरकार स्कूल बंद करने का फरमान जारी कर देती है। जिससे बच्चों के अभिवावकों में मायूसी छा जाती है। आखिर सरकार इस विषय में पंजाब की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश में स्कूल क्यों नहीं खोल पा रही है।

इस विषय में पूर्व सांसद प्रौफसर चन्द्र कुमार ने कहा कि सरकार की जन हित में न नीयत ठीक हैं और न ही सीरत। सरकार हर निर्णय केंद्र से ले रही है। बच्चों का भविष्य राजनीति दाव पर लगा दिए हैं। चन्द्र कुमार ने कहा कि आखिर हिमाचल की सरकार को केन्द्र की सरकार डबल इंजन के रूप मे चला रही है। हर घंटे बाद सरकार अपना फैसला खुद बदल देती है।