पराशर की सहायता व ग्रामीणों की कारसेवा से बस्सी के मोक्षधाम का कार्य सम्पूर्ण

परिसर में स्थापित की भगवान शिव की प्रतिमा

उज्जवल हिमाचल। डाडासीबा
कैप्टन संजय पराशर ने कहा कि जीवन के अंतिम सफर में जहां हर इंसान को पहुंचना होता है, उस स्थान में शांति व अध्यात्म का माहौल होना चाहिए। बस्सी पंचायत में भगवान शिव की प्रतिमा स्थापित करने के बाद स्थानीय वासियों द्वारा रखे गए आभार कार्यक्रम में पराशर ने कहा कि उन्होंने इस पवित्र स्थान के लिए अंश मात्र योगदान ही दिया है, जबकि इस नेक कार्य में सबसे बड़ी भूमिका कार सेवा करने वाले ग्रामीणों की ही रही है।  बस्सी पंचायत के सेवानिवृत्त अधिकारियों, वरिष्ठ नागरिकों और हर गांववासी ने अपनी तरफ से यथायोग्य योगदान दिया। कहा कि अगर कारसेवा के माध्यम से किसी भी गांव में कार्य करवाया जाए तो विकास का बड़ा उदाहरण बन सकता है। बस्सी के स्थानीय वासियों ने भी इस संदर्भ में मिसाल पेश की है। बस्सी मोक्षधाम कमेटी के प्रधान  राज कुमार ने कहा कि पराशर ने जिला कांगड़ा व ऊना में शिक्षा, रोजगार व स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई मील के पत्थर स्थापित किए हैं। इतना ही नहीं वह सुदूर गांवों में जनता की आम समस्याओं के निराकरण के लिए भी प्रयासरत हैं। जसवां-परागपुर क्षेत्र की कई पंचायतों में व्यक्तिगत रूप से पहुंचकर संजय ने विकासात्मक कार्यों को अमलीजामा पहनाया है।
इसी कड़ी में बस्सी पंचायत के मोक्षधाम की तस्वीर भी पराशर ने बदल दी है और अब इस परिसर में भागवान शिव की मूर्ति उनके सौजन्य से स्थापित हो गई है। कमेटी के सचिव ओम प्रकाश ने कहा कि संजय पिछले कई वर्षों से समाज सेवा के क्षेत्र में अपना अमूल्य योगदान दे रहे हैं। कैप्टन संजय जसवां-परागपुर में समाज सेवा की नई इबारत लिख रहे हैं  अपनी सकारात्मक सोच व विजन के चलते उन्होंने युवाओं के लिए रोजगार के नए साधनों का सृजन किया है तो विद्यार्थी प्रतिस्पर्धा में आगे रहें, इसके लिए वह वेबीनार, इंग्लिश लर्निंग व कंप्यूटर केद्रों के जरिए प्रशिक्षित कर रहे हैं। इसके अलावा खेल मैदानों, आंगनबाड़ी केन्द्रों की दशा सुधारने, स्वास्थ्य केन्द्रों में आधुनिक उपकरण उपलब्ध करवाने के अलावा बुजुर्गों का मोतियाबिंद का आपरेशन करवाने के लिए संजय लगातार अपने संसाधनों का उपयोग कर रहे हैं। कहा कि बस्सी पंचायत के पवासियों के आग्रह पर बस्सी पंचायत के शमशानघाट का जीर्णाेद्धार संजय ने करवा दिया। स्थानीय वासी पंडित कर्म चंद ने बताया कि संजय ने स्थानीय वासियों के आग्रह पर सीमेंट, लोहे और चादरों की व्यवस्था की। बस्सी मोक्षधाम के जीर्णाेद्धार का कार्य अब पूरा हो गया है, इसके लिए वह पराशर का आभार व्यक्त करते हैं। गांववासियों के सहयोग से यह कार्य रिकार्ड समय में पूरा हो रहा है। इस परिसर के आसपास पौधरोपण और वाटिका बनाने की भी योजना है। कार्यक्रम में शंभू चौधरी, सोमप्रकाश व सेवानिवृत्त सूबेदार पप्पू चौधरी भी मौजूद रहे।