युवा पीढ़ी जाएदा कर रही गमछे का इस्तेमाल, पुरानी संस्कृति की यादें हो रही ताजा

सुरेंद्र जम्वाल। बिलासपुर

कोरोना बीमारी से बचाव के लिए सोशल डिस्टेसिंग के साथ मुंह पर मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है और हर व्यक्ति अपने मुंह पर मास्क लगाकर बीमारी से बचाव के लिए लगा हुआ है। बिलासपुर में पीएम मोदी के आवाहन पर लोगों ने अपने मुंह को ढकने के लिए मास्क के अलावा गमछा जिसे परना कहते है उसे भी लगाया जा रहा है। बिलासपुर में बहुत से लोगों के चेहरे पर गमछा परना पहने देखा जा रहा है।

इसके चलते बिलासपुर में गमछा परना की डिमांड भी बढ गई है। कोरोना बीमारी के चलते मास्क की जगह गमछा या परना लगाकर मुंह को ढकने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा हैऔर इस तरह एक तो बीमारी से बचा जा रहा है तथा बाकी गर्मी से भी बचाव हो रहा है। वहीं कुछ लोगों ने तो पीएम मोदी को लॉकडाउन के संबोधन के दौरान गले में गमछा देखकर गमछे का प्रयोग करने लगे है। वहीं गमछों की डिमांड ज्यादा आने पर बिलासपुर में गमछा सौ से डेढ सौ रूपये के हिसाब से बिक रहे है। खासकर युवा वर्ग गमछों के लिए खासा दीवाना है और गमछे से मुंह को ढकने के लिए इस्तेमाल कर रहा है। लोगों का कहना है कि गर्मी के लिए भी गमछा प्रयोग किया जाता है ।

उन्होंने बताया कि पीएम मोदी के द्वारा भी गमछा लगाकर आजकल कोरोना बचाव के लिए कहा गया है और इसी के चलते काफी लोग भी गमछे का प्रयोग कर रहे है। लोगों का कहना है कि कोरोना बीमारी है और गर्मी का भी मौसम है। इसलिए गमछे से दोनों काम हो रहे है। लोगों का कहना है कि गमछा लगाने के लिए बहुत बढिया है ओर पीएम मोदी के द्वारा भी गमछा पहना जा रहा है इसलिए गमछे का प्रयोग कर रहे है तथा अन्य पुरानी संस्कृति को भी याद किया जा रहा है जोकि पुरानी है संस्कृति के इसाब से बुजुर्ग लोग इन गमछे परने को इस्तेमाल करते थे आज अब युवा पीढ़ी पीढ़ी भी इस्तेमाल कर रहे है जिससे कोरोना का बचाव भी हो रहा है ओर पुरानी है संस्कृति की याद भी ताजा हो रही है