डिपो से खैर के 100 लॉग चोरी, मामला दर्ज

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। बिलासपुर

गत 10 अक्तूबर रात करीब 11 बजे गोदाम के पास गश्त करने के बाद वह अपने क्वार्टर में चले गए। दूसरे दिन करीब साढ़े 11 बजे जब डिपो के पास पहुंचा, तो देखा कि खैर के 135 लॉग गायब हैं। इस पर वन विभाग के बीओ को सूचना दी। जिस पर बीओ गुलवंत सिंह भी मौके पर आए। इसके बाद संबंधित लकड़ी की तलाश शुरू की, तो डिपो के नीचे के खेत में कुछ लकड़ी के लॉग मिले, जो कि गिनती करने पर 34 पाए गए। बस्सी में वन निगम द्वारा खैर की लकड़ी रखने के लिए बनाए गए डिपो से खैर के 100 लॉग चोरी होने की पुलिस ने थाना कोट कहलूर में डिपो इंचार्ज की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।

इस बारे में डिपो इंचार्ज कुशल चंद निवासी हमीरपुर ने पुलिस थाना कोट कहलूर में शिकायत दर्ज करवाई गई थी, जिसमें कहा गया है कि वन निगम ने बस्सी में लकड़ी के गोदाम के लिए एक खेत किराए पर ले रखा है। इस गोदाम में खैर के विभिन्न आकार के करीब 6900 लॉग रखे गए थे। इस लकड़ी की चौकीदारी के लिए विभाग ने कोई भी व्यक्ति बतौर चौकीदार नहीं रखा है।शिकायत में कहा गया है कि गोदाम में एक जगह खैर के करीब 135 लॉग रखे गए थे। इस लकड़ी की बीओ द्वारा पैमाइश की गई। शिकायतकर्ता के मुताबिक विभाग इसकी अपने स्तर पर छानबीन कर रहा था तथा गुप्त तौर पर इसकी रखवाली की जा रही थी।

गत 15 अक्तूबर को वह डिपो के पास छुपकर बैठा था, तो रात करीब 11 बजे चार व्यक्ति डिपो के अंदर घुसे तथा लकड़ियां उठाने लगे। इस पर उसने संबंधित व्यक्तियों पर टॉर्च की रोशनी डाली तो आरोपी उसकी तरफ आने लगे। इस पर उसने मकान मालिक को आवाज दी। जिस पर संबंधित लोग वहां से इधर-उधर हो गए। शिकायतकर्ता के मुताबिक कुछ देर बाद एक कार मौके पर आई और संबंधित लोग उसमें सवार होकर गंगूवाल की ओर भाग गए।

इस पर उसने कुछ लोगों के साथ कार का पीछा आनंदपुर साहिब तक किया, लेकिन उनका पता नहीं चला, जिस पर कार के मालिक का पता किया, तो संबंधित कार टोबा की निकली। चोरी की गई लकड़ी की अनुमानित कीमत करीब 95 हजार रुपए है। डीएसपी नैना देवी पूर्ण चंद ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि इस मामले की छानबीन सब इंस्पेक्टर हरीश चंद्र द्वारा की जा रही है।