प्याज 70…50 रुपए किलो पहुंचा आलू

एसके शर्मा। हमीरपुर
त्योहारी सीजन की शुरुआत हो चुकी है और लोग बाजारों का रुख करने लगे हैं, लेकिन कोरोना संकट के कारण रोजगार गंवा चुके व व्यापार में घाटा उठा रहे लोग अब महंगाई से त्रस्त हो रहे हैं। सब्जी, आलू, प्याज के दामों में लगी आग के कारण गृहणियों का बजट भी गड़बड़ा कर रह गया है। बताते चलें कि उपमंडल बड़सर के बाजारों में प्याज 60 से 70 तो आलू 40 से 50 रु प्रति किलो तक बिक रहे हैं। इसके अलावा मटर 120, टमाटर 60, गोभी 70 रुपए तक पहुंच चुकी है। ऐसे में लगता है कि गरीब व मध्यमवर्ग के लोगों की पहुंच से आलू प्याज भी गायब होकर रह जायेगा। सब्जियों की दुकान में खड़ी महिलाएं भाव सुनते ही मायूस होकर रह जाती हैं।

महंगाई ने निकाला उपभोक्ताओं का दम

सब्जी की दुकान पर खड़ी कुछ गृहणियों नें बताया कि सब्जियों के दामों में हुई बेतहाशा वृद्धि से उनका बजट गड़बड़ा गया है।हर साल प्याज के दाम एकदम से बढ़ जाते हैं लेकिन सरकारों का इन पर कोई नियंत्रण नहीं है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से सवाल पूछा है कि आज क्यों दिहाड़ी मजदूर व आम आदमी की ओकात आलू प्याज खरीदने की भी नहीं रह गई है। सत्ता पक्ष व विपक्ष केवल एकदूसरे पर महंगाई बढ़ाने का आरोप लगाने तक सीमित रहते हैं। कोरोना काल के कारण रोजगार व व्यापार तबाहभो चुके हैं लेकिन सरकार द्वारा राहत प्रदान करने के बजाय जनता को महंगाई का तोहफा दिया जा रहा है। बताते चलें कि उपमण्डल बड़सर के बाज़ारों में वैसे भी सब्जियों के दाम मनमर्जी के वसूलने के आरोप लगते रहे हैं। विभागीय अधिकारियों को शिकायत के वावजूद समस्या बनी हुई है। थोक मंडी हमीरपुर व उपमंडल बड़सर में सब्जी के रेटों में दिन रात का अंतर है। ऐसे में उपभोक्ताओं ने प्रशासन व सरकार से महंगाई व मनमाने रेटों पर अंकुश लगाने की मांग की है।