आईएएस अधिकारी बनना है आरुषि का लक्ष्य

उज्जवल हिमाचल। चिंतपूर्णी

बीकॉम अंतिम वर्ष के परीक्षा परिणाम ने अंंब उपमंडल की इस बेटी ने मेरिट लिस्ट में अपना नाम दर्ज करवाया है। महाराणा प्रताप राजकीय महाविद्यालय की इस छात्रा ने 8.78 सीजीपीए अंक लेकर प्रदेश भर में आठवां स्थान हासिल किया है। धार्मिक स्थल मैड़ी की इस अनमोल बेटी ने यहां तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की थी और वह रोजाना 10 से 15 घंटे पढ़ती थी। अब वह एमकॉम करने के साथ-साथ यूपीएससी की तैयारी के लिए भी कोचिंग लेगी और आईएएस बनकर देश सेवा करना चाहती है। वह अपनी इस सफलता का श्रेय अपने चाचा, दादा-दादी, माता-पिता और वाणिज्य संकाय के अपने समस्त अध्यापकों को देती हैं।

वह बताती है कि जब वह सुबह 4 बजे पढ़ाई के लिए उठती थी, तो उनकी दादी ही उसे चाय बना कर देती थी और चाचा अतुल ठाकुर हर हफ्ते उनकी पढ़ाई से संबंधित टेस्ट लेते थे। वह बताती हैं कि उससे पहले उनके परिवार में वाणिज्य संकाय में किसी ने भी पढ़ाई नहीं की थी और वह पहली लड़की थी, जिसने इस संकाय को चुना। इसमें उसके पिता अमित ठाकुर और माता इच्छया देवी का बड़ा योगदान रहा। इस संकाय में खुद को साबित करने के लिए प्रदेश में मेरिट में कोई स्थान पाना चाहती थी। अब मेरिट सूची में 8वां स्थान मिलने पर वह बहुत खुश है।

उसका कहना है कि आईएएस बनने के बाद वह सबसे पहले अपनी 64 बर्षीय दादी को रामेश्वर धाम की यात्रा करवाएगी। आरुषि पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी नाम कमा चुकी है। वह फेसिंग के स्टेट लेवल मुकाबलों में सिल्वर मेडल जीत चुकी है और नेशनल लेवल पर भाग ले चुकी है। गौर रहे कि आरुषि ने 10वीं और 12वीं तक की पढ़ाई पीएस इंटरनेशनल स्कूल मैड़ी से की हुई है और वह प्लस टू के एग्जाम में भी प्रदेश भर में छठे स्थान पर रही थी।