कृषि कानूनों के खिलाफ आज किसान राेकेेंगे रेल

उज्जवल हिमाचल। नई दिल्ली

केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठन आज दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक देश भर में रेल को रोककर अपना विरोध दर्ज कराने वाले हैं। हालांकि रेल रोको आंदोलन को लेकर किसान संगठनों में आपसी मतभेद खुलकर सामने आ चुके हैं। यूपी गेट पर धरने पर बैठे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि स्थानीय स्तर पर रेल रोकी जाएगी यानी प्रोटेस्ट स्थान से किसान नहीं जाएगा रेल रोकने, जबकि किसान मजदूर संघर्ष समिति के सतनाम सिंह पन्नू ने ऐलान किया है कि पंजाब में 32 जत्थेबंदियां, 32 जगहों पर रेल रोकेंगी।

किसानों के इस आह्वान को देखते हुए रेलवे ने भी अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी की है। देशव्यापी रेल रोको आंदोलन के दौरान हजारों किसान रेल की पटरियों पर बैठें नजर आ सकते हैं। रेलवे ने इस आंदोलने को देखते हुए कई ट्रेनों को रद कर दिया है। वहीं, कुछ के रूट में परिवर्तन किया है। इसके अलावा जीआरपी और आरपीएफ के जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। रेलवे ने RPSF की 20 अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया है। यह उन राज्यों में तैनात रहेंगी, जहां रेल रोका आंदोलन का ज्यादा असर होने की संभावना है। इनमें यूपी, बंगाल, हरियाणा और पंजाब हैं।

4 घंटे लंबे देशव्यापी ‘रेल रोको’ के आह्वान के मद्देनजर गाजियाबाद जंक्शन पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए।
हरियाणा: किसानों द्वारा 4 घंटे लंबे देशव्यापी ‘रेल रोको’ के आह्वान के मद्देनजर पलवल रेलवे स्टेशन पर पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। ‘रेल रोको’ आंदोलन पर बोले राकेश टिकैट- यह दोपहर 12 बजे शुरू होगा और दोपहर 3-4 बजे तक चलेगा। ट्रेनें वैसे भी चल नहीं रही हैं।

जितनी भी चल रही है, उनके समक्ष शांतिपूर्ण रूप से आंदोलन किया जाएगा। हम लोगों को पानी, दूध, लस्सी और फल प्रदान करेंगे। हम उन्हें अपने मुद्दे बताएंगे। पंजाब में किसान आंदोलन के कारण, ट्रेन की आवाजाही प्रभावित हुई है। इसको लेकर वेस्टर्न रेलवे ने कुछ ट्रेनों के बारे में जानकारी देकर यात्रियों से ध्यान देने को कहा है। वहीं, रेलवे की तरफ से जिले के बड़े अधिकारियों को भी विशेष ध्यान रखने के लिए कहा है।