बरगद का पेड़ भी बना खतरा, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

पंकज शर्मा। ज्वालामुखी

ज्वालामुखी के वार्ड-7 बोहन चौक पर अब एक वर्षों पुराना बरगद का पेड़ खतरा बन गया है। दो दिन पहले देहरा मार्ग पर गिरे पीपल के पेड़ ने जहां एक रिहायशी भवन को नुकसान पहुंचाया था और देहरा मार्ग भी लगभग 24 घंटे तक बंद रहा था।इसी तरह ये वर्षों पुराना पेड़ भी होटल व दुकानदारो के लिए खतरा बनता जा रहा है। तीन दिन पहले आए तूफान से ये पेड़ होटल की ऊपरी बिल्डिंग पर झुक गया है और कभी भी बड़े हादसे को अंजाम दे सकता है।

पेड़ झुकने से होटल की चारदीवारी को भी नुकसान पहुंच चुका है। अगर जल्द ही इस पेड़ के बारे में सोचा न गया, तो बड़ा हादसा हो सकता है, जिससे होटल व नीचे मार्केट के दुकानदारों को खतरा उत्पन्न हो सकता है। इस पेड़ के एक और झुकने से सभी लोग सहमे हुए हैं और प्रसाशन से गुहार लगा रहे हैं कि इस पेड़ को हटाया जाए और नुकसान से बचा जा सके।

इस बारे में निजी होटल के मालिक अजय सोनी का कहना है कि तूफान की बजह से यह पेड़ बिल्कुल होटल की चार दीवारी से सटा हुआ है और चार दिवारी भी टूट चुकी है। पिछले दिनों आए तूफान से यह और झुक गया है। इस पेड़ को जल्द हटाया जाए, ताकि होटल को नुकसान होने से बचाया जा सके।
दुकानदार सौरभ अवस्थी का कहना है कि जिस तरह पीपल के पेड़ ने दो दिन पहले तबाही मचाई इसी तरह यह बरगद का पेड़ भी काफी बड़ा हादसा कर सकता है।

व्यवसायी आशुतोष का कहना है कि उनकी दुकान भी मार्केट में है, अगर पेड़ आने वाले दिनों में तूफान से गिरा, तो कई दुकानों को नुकसान पहुंचेगा। होटल के विजय शर्मा का कहना है कि पेड़ खोखला हो चुका है और लगातार झुक रहा है जल्द ही इसे हटाया नही गया, तो बड़ा हादसा हो सकता है। दुकानदार सौरभ सूद का कहना है कि विभाग को इस बारे में सूचित किया गया था, पर कोई भी संज्ञान नहीं लिया गया। वर्षों पुराना पेड़ कभी भी गिर सकता है और कई लोगों की प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचा सकता है।

क्या कहता है वन विभाग
इस बारे में वन विभाग देहरा के डीएफओ आर के डोगरा का कहना है कि लिखित सूचना आने पर कमेटी तैयार करके मामले की जांच की जाएगी और जल्द ही इस पेड़ के निवारण के बारे में विचार किया जाएगा।