पालमपुरः- कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बना पालमपुर किला एक बार फिर फतेह हो गया। चुनावों की बात नहीं हो रही है, यहां मामला गुम हुई फाइल को लेकर चर्चा में रहा। पालमपुर नगर निगम कार्यालय में फाइल गुम होने का प्रकरण और उस पर सीधे तौर पर पालमपुर नगर निगम मेयर पर सधे निशाने उपरांत कांग्रेस गढ़ संकट में दिख रहा था, लेकिन पालमपुर विधायक आशीष बुटेल ने महाभारत में कृष्ण की भूमिका को निभाते न केवल पालमपुर नगर निगम मेयर पूनम वाली को इन आरोपों से बरी करवाया, कांग्रेस पर लगने वाले एक बड़े आरोप को बड़े ही आसान तरीके से सुलझाकर कांग्रेस के लिए एक बड़ी जीत दर्ज करवा डाली।
बृहस्पतिवार को पालमपुर विधायक आशीष बुटेल ने पालमपुर नगर निगम में उछले, इस प्रकरण को लेकर मीडिया में कहा था कि एक साधारण फाइल को लेकर पुलिस में प्राथमिकी दर्ज करवाना सही नहीं था, इसे मिल बैठकर सुलझाया जा सकता था। विधानसभा सत्र में अक्सर आशीष बुटेल को भाषण देते हुए सभी सुनते हैं और पिछले दिनों उनका एक संबोधन काफी दिलों को छुआ भी था।
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यहां तारीफ भरे शब्दों का प्रयोग मीडिया भूमिका पर प्रश्न खड़े कर सकता है, लेकिन यहां उनकी सोच को लेकर कुछ बाहर लाने का प्रयास है, ताकि ऐसे हल्के मामलों को सीधा पुलिस कार्रवाई में न डालकर विकास को गतिशील रखा जाए।
खैर, यह मानना पड़ेगा कि यदि पालमपुर विधायक आशीष बुटेल पालमपुर नगर निगम फाइल प्रकरण को लेकर हस्तक्षेप ना करते तो पालमपुर का विकास कुछ और दिन लटक जाता।
अभी सारे प्रकरण को लेकर यह कहना तो वाजिब ही होगा कि यहां कुल मिलाकर जीत कांग्रेस की हुई है और पालमपुर विधायक आशीष बुटेल कुल मिलाकर इस चक्रव्यू को भेदते अपने कांग्रेस समर्थित पालमपुर नगर निगम मेयर पूनम वाली को सुरक्षित बाहर ले आए हैं।
पालमपुर ब्यूरो।