उपचुनावों में क्लीन बोल्ड हो चुकी बीजेपी अब चार राज्यों की जीत पर नाच कर भुला रही है हार का गम : राणा

उज्जवल हिमाचल। हमीरपुर 
प्रदेश में चार उपचुनावों में चारों खाने चित हुई बीजेपी अब देश के चार राज्यों की जीत पर इतराती हुई हार के गम को भूलना चाह रही है। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है। राणा ने कहा कि बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना की तर्ज पर चार राज्यों की जीत पर नाच रही प्रदेश बीजेपी दरअसल में हार के गम व हार के मुद्दे से बचती व भागती हुई जैसे बिल्ली को देखकर कबूतर आंखें मूंद कर यह समझ बैठता है कि अब बिल्ली नहीं है की तरह नाटक कर रही है।
जबकि प्रदेश के चार उपचुनावों में क्लीन बोल्ड हुई बीजेपी को जनता ने दिन में तारे दिखाकर यह स्पष्ट कर दिया है कि अब हिमाचल से बीजेपी के दिन लद चुके हैं। यह अलग बात है कि बीजेपी अभी भी इस मुगालते में जी रही है कि हिमाचल उनकी मुट्ठी में कैद है। राणा ने कहा कि बीजेपी सत्ता के तानाशाही दौर में कर्मचारियों को हुकूमत के डंडे से हांक कर तबादलों के खौफ से कुचलने का असफल प्रयास हो रहा है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी यह न भूले कि प्रदेश के अढ़ाई लाख कर्मचारी बीजेपी के गुलाम नहीं हैं। प्रजातंत्र में हर वर्ग को अपनी आवाज उठाने का मौलिक अधिकार है। बीजेपी की तानाशाही में अढ़ाई लाख परिवारों के इस मौलिक अधिकार को हरगिज नहीं कुचला जा सकता है और न ही देश के दूसरे राज्यों की जीत की खुशी से प्रदेश के चार उपचुनावों में क्लीन स्वीप हुई बीजेपी की बिगड़ी हालत से बचा जा सकता है।
राणा ने कहा कि बीजेपी की सत्ता की कारगुजारी की बदहाल स्थिति का आलम यह है कि बेरोजगार नौजवान बेहद तंग आ चुके हैं। कर्मचारियों को उनका हक नहीं मिल पा रहा है। गरीब की रसोई में महंगाई के कारण फाकाकशी की नौबत आ पहुंची है। हकीकत की जमीन पर विकास कहीं दिख नहीं रहा है। ऐसे में सत्ता की अंतिम बेला में कांग्रेस हाईकमान द्वारा सत्ता में आते ही ओल्ड पेंशन स्कीम के ऐलान से अब बीजेपी बगलें झांकनें को विवश हुई है।
उन्होंने कहा कि सड़कें विकास का आइना व माइना होती हैं लेकिन प्रदेश की सड़कों की बद से बदतर हालत हो चुकी है। ब्यूरोक्रेसी सरकार पर हावी-प्रभावी है। सरकार की कारगुजारी को लेकर आम नागरिक का गुस्सा सातवें आसमान पर है। ऐसे में आने वाले विधानसभा चुनावों में बीजेपी दो अंकों का आंकड़ा पार कर ले तो गनीमत होगी।
11 दिन में पेट्रोल-डीजल का रेट 10 बार बढ़ाकर बीजेपी ने सुनियोजित सरकारी लूट से जनता की जेब पर फिर डाका डाला है। उन्होंने कहा कि दरअसल में बीजेपी समझ चुकी है कि अब सत्ता के चंद दिन बाकी बचे हैं इसलिए जनता को जितना लूटा जा सकता है लूट लो। लेकिन बीजेपी याद रखे कि हुकूमत की यह तानाशाही बीजेपी को रसातल में दफन करके ही दम लेगी।