मंदिर टांडा को मिले अलग पंचायत का दर्जा, नहीं तो होगा चुनावों का बहिष्कार

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

विकास खंड बल्ह की ढाबन पंचायत से मंदिर टांडा को अलग पंचायत की मांग कई वर्षों की जा रही है लेकिन लोगों को हमेशा निराशा ही हाथ लगती है। मन्दिर टांडा के लोगों ने गांव में एक बैठक का आयोजन किया जिसमें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व नाचन के विधायक विनोद कुमार पर लोग खूब बरसे। स्थानीय लोगों का कहना है कि नाचन के विधायक विनोद कुमार की नाकामियों की बजह से हमारी इस पंचायत को अलग नही किया गया। विधायक ने वोट की राजनीति करते हुए अपने चहेतों की पंचायतों को अलग किया।

स्थानीय लोगों ने कहा कि पंचायतों के पुनर्गठन से पहले 18 अगस्त को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को इलाके के जन प्रतिनिधियों के द्वारा ज्ञापन भी दिया था। उन्होंने कहा कि ढाबन पंचायत का कार्य क्षेत्र बहुत बड़ा है। जिस कारण विकास को गति नही दी जा सकती। सरकार पंचायतों पुनर्गठन कर छोटी-छोटी पंचायतें बनाती है ताकि हर क्षेत्र का विकास हो सके। लेकिन बिडम्बना की बात है कि सरकार ने हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया है।

मंदिर टांडा के लोगों ने कहा कि जब वह बल्ह विधानसभा की लोहरा पंचायत में थे तो उन्हें वहां से खींचकर नाचन में ढाबन का हिस्सा बना दिया। जिसमें ओबीसी के 2 वार्ड गुरु रविदास बस्ती का एक वार्ड ग्राम पंचायत ढावण में सम्मिलित किया गया। अनुसूचित बस्ती का गांव जलाह का बहुत बड़ा वार्ड दो भागों में भ्यारटा और सलवाहन पंचायतों में सम्मिलित किया गया। जिससे तीनों गांव की बहुत ज्यादा दुर्दशा और विकास की दृष्टि से पिछड़ गए हैं। ओबीसी और अनुसूचित जाति के लोगों का विरोध है कि ढाबन से मंदिर टांडा पंचायत को अलग नहीं किया गया तो आने वाले पंचायत, विधानसभा और लोकसभा चुनावों का बहिष्कार किया जाएगा। इस बैठक में बार्ड मेंबर फकीर चंद, पूर्व प्रधान चरंजी लाल, हिमत राम, देविंदर कुमार, प्रवीण कुमार, इंदर सिंह, मोहिंदर कुमार समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।