रेड जोन से बैजनाथ पहुंच गया परिवार, नहीं प्रस्तुत कर पाए अनुमति पत्र

कार्तिक। बैजनाथ

दिल्ली के रेड जोन से एक व्यक्ति सपरिवार बैजनाथ उपमंडल के गांव में पहुंच गया मगर उसे बैरियर पर किसी ने नहीं रोका। अगर उस आदमी की कहानी पर विश्वास किया जाए तो कुछ ऐसा ही लग रहा है। हालांकि प्रशासन द्वारा पूछताछ करने पर यह युवक संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहा है और प्रशासन ने फिलहाल उसे संस्थागत क्वॉरेंटाइन सेंटर में भेज दिया है, मगर रेड जोन से बिना प्रदेश की सीमा में क्वॉरेंटाइन किए बैजनाथ उपमंडल तक पहुंचने से प्रदेश के नाकों के औचित्य पर एक बार फिर सवाल लग गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त व्यक्ति दिल्ली के करोल बाग में सपरिवार रहता था और वहां से अपने पैतृक घर पालमपुर उपमंडल के सल्याणा में न जाकर अपने ससुराल के गांव नौरा में आ गया। ग्रामीणों को जब इस बात की भनक लगी तो उन्होंने इसकी सूचना पंचायत प्रधान अंजना देवी को दी और अंजना देवी ने इसकी सूचना पुलिस और प्रशासन को दी।

उपमंडल अधिकारी (नागरिक) छवि नांटा ने बताया की ऐसा एक मामला नौरा गांव में हुआ है और उक्त व्यक्ति का कहना है कि उन्हें लाने का अनुमति पत्र ड्राइवर के पास था और वह फिलहाल उस अनुमति पत्र को प्रस्तुत नहीं कर पाया। उन्होंने कहा कि शाम का वक्त होने के कारण और बच्चों के छोटे होने के कारण फिलहाल उसके परिवार को क्वॉरेंटाइन नहीं किया जा रहा है। मगर उस आदमी को संस्थागत क्वॉरेंटाइन में भेज दिया गया है। अगर शुक्रवार को भी अपने आने के कोई वैधानिक दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाता है तो इस आदमी को संस्थागत क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा और इसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी व परिवार के बाकी सदस्यों को होम क्वॉरेंटाइन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस परिवार के समस्त सदस्यों के सैंपल भी शुक्रवार को लिए जाएंगे।