कैप्टन संजय ने दी आठ युवाओं को नौकरी की स्पांसरशिप

पराशर ने नए वर्ष में एक हजार युवाओं को नौकरी देने का लिया संकल्प

उज्जवल हिमाचल। डाडासीबा

युवाओं के लिए रोजगार की गांरटी बन चुके कैप्टन संजय ने नए वर्ष के दूसरे दिन ही प्रदेश के आठ युवाओं को नौकरी की स्पांसरशिप प्रदान की है और साथ में घोषणा की है कि नए वर्ष में एक हजार युवाओं को रोजगार प्रदान करने के प्रयास किए जाएंगे। कोरोना के बाद बेरोजगारी से उपजे हालात को लेकर निराश व असहाय युवाओं के लिए पराशर ने बीते वर्ष में भी अहम भूमिका निभाई और कुल 497 युवाओं को मर्चेंट नेवी और अन्य कार्यालयों में रोजगार दिया। इस वर्ष संजय ने संकल्प लिया है कि देश की नामी कंपनियों को जसवां-परागपुर में कार्यालय खोलने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।

दरअसल जब कोरोना के कारण एक तरह से पिछले लंबे समय में सब कुछ रुक चुका हुआ प्रतीत हो रहा है। ऐसी स्थिति में रोजगार का दूसरा नाम बनकर कैप्टन संजय पराशर प्रदेश के युवाओं के लिए संकट मोचक बने हैं। प्रदेश के युवाओं को हिमाचल के तीन मर्चेंट नेवी कार्यालयाें के माध्यम से रोजगार की गारंटी और एजेंटगिरी से बड़ी राहत मिलती हुई दिख रही है। रविवार को प्रदेश के 8 युवाओं को मर्चेंट नेवी में जीपी रेटिंग और सीसीएमसी में नौकरी की स्पांसरशिप दी है। चलाली गांव के भव्य शर्मा, कूड़ना सलेटी के अमित कुमार, बेह संदीप कुमार, नैहरनपुखर के अतुल कुमार, ऊना के रितेश पुरी, घमरूर के शुभम राणा और स्वाणा गांव के साजन कुमार व सुशील कुमार को पराशर ने डाडासीबा में अपनी कंपनी की स्पांसरशिप लेटर दिया।

इन युवाओं ने बताया कि कैप्टन संजय ने पहले बेबीनार के माध्यम से उन्हें जरूरी जानकारी उपलब्ध करवाई। उसके बाद उन्होेंने रोजगार के द्वार तक पुहंचाकर उनका भविष्य सुरक्षित कर दिया है। दीगर बात है कि कैप्टन संजय पराशर ने अपनी हिमाचल की पहली शिपिंग कंपनी वीआर मैरीटाइम कार्यालयों के माध्यम से 400 से ज्यादा युवाओं को रोजगार प्रदान किया है। पराशर का कहना है कि अगले एक वर्ष में वह एक हजार युवाओं को इस क्षेत्र में रोजगार से जोड़ेंगे।

स्वाणा और आसपास के गांवों में 32 युवा मर्चेंट नेवी में

कैप्टन संजय पराशर का मानना है कि ग्रामीण क्षेत्र में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। उन्हें सही प्लेटफार्म मिले तो स्थानीय युवा कहीं भी खुद को साबित कर सकते हैं।बताया कि उन्होंने अपने पैतृक गांव स्वाणा और आसपास के क्षेत्रों में जाकर लोगों को मर्चेंट नेवी के बारे में जागरूक किया। परिणामस्वरूप आज जसवां-परागपुर विस क्षेत्र के स्वाणा और नजदीकी गांवों के 32 परिवारों के बच्चे समुद्री जहाजों पर मर्चेंट नेवी नाविकों के रूप में सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। अब इस तर्ज पर जिला कांगड़ा के डाडासीबा, परागपुर व रक्कड़ सहित प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से गरीब परिवारों के बच्चों को मर्चेंट नेवी में रोजगार के लिए अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। आने वाले दिनों में मर्चेंट नेवी में और नौकरियों के द्वार खाेले जाएंगे और विभिन्न शिपिंग कपंनियों को इस क्षेत्र में अपने कार्यालय खोलने के लिए माहौल तैयार किया जा रहा है।