18 वर्ष से पत्नी सोनिका के साथ करवाचौथ का व्रत रख रहे कैप्टन संजय

शादी के बाद से ही शुरू हो गई थी व्रत रखने की परंपरा

उज्जवल हिमाचल। डाडासीबा

करवा चौथ के व्रत में महिलाओं का अपने पति के लिए समर्पण छिपा है। हर साल निराहार रहकर महिलाएं अपने पति की दीर्घायु की कामना करती हैं। वहीं, कुछ ऐसे पति भी हैं, जो इस पर्व पर व्रत रखते हैं। इनमें से एक चेहरा कैप्टन संजय भी हैं। सोनिका से पराशर की शादी हुए 18 वर्ष हो गए हैं और वह हर वर्ष पत्नी सोनिका के साथ करवाचौथ का व्रत कर रहे हैं। रविवार को इस त्योहार के अवसर पर पराशर दंपति ने व्रत रखा और सारा दिन साथ-साथ रहे। दरअसल सोनिका-संजय द्वारा व्रत रखने की यह परंपरा शादी के पहले वर्ष ही शुरू कर दी थी।

सोनिका ने बताया कि उन्होंने जब शादी के बाद पहली बार व्रत रखना था, तो कैप्टन संजय ने कहा कि अगर सोनिका उनकी लंबी उम्र के लिए व्रत कर रही है, तो वह भी सहर्ष इस व्रत को निभाएंगे और सोनिका की भी लंबी उम्र के लिए व्रत रखेंगे। सोनिका ने बताया कि वह पुरूष प्रधान समाज में पली-बढ़ी थीं और संजय की व्रत रखने की बात उन्हें कुछ अटपटी भी लगी, लेकिन जब संजय ने उनके साथ पहली बार व्रत रखा, तो उन्हें बेहद खुशी हुई कि उनके पति की सोच कितनी सकारात्मक है। तब से लेकर आज तक यह सिलिसला चला हुआ है और अब दोनों मिलकर पूजा-अर्चना कर परिवार की सुख समृद्धि की कामना करते हैं।

रात्रि में चांद देखने के पश्चात ही संजय पत्नी सोनिका के हाथ से जल व अन्न ग्रहण करते हैं, तो सोनिका भी ऐसा करके व्रत को पूर्ण करती हैं। करवाचौथ के व्रत रखने बारे कैप्टन संजय का कहना था कि हर वर्ष करवा चौथ पर सभी पत्नियां अपने पति की लंबी आयु के लिए कठिन व्रत रखती हैं, लेकिन यह व्रत पति को भी अपनी पत्नी की दीर्घायु और स्वास्थ्य के लिए रखना चाहिए। उन्हाेंने कहा कि वैवाहिक जीवन में पति-पत्नी दोनों को ही बराबरी से अपने प्रेम को जाहिर करना चाहिए।

उनका कहना था कि अगर उनकी पत्नी मेरे लिए भूखा व प्यासे रहकर उपवास कर सकती है, तो फर्ज बनता है कि हर हाल में पत्नी सोनिका का साथ दिया जाए। बताया कि सोनिका उनकी हमसफर हैं और हर सुख-दुख की घड़ी में साथ रही हैं। ऐसे में शादी होने के बाद पहले ही वर्ष लिए गए व्रत रखने के निर्णय को वो हर वर्ष निभाते हैं और उम्र भर सोनिका के साथ व्रत रखेंगे।