बेशक रहता कच्चे मकान में हूं, लेकिन काम हमेशा पक्का करता हूं : पराशर

-कैप्टन संजय द्वारा आयोजित 28 वें मेडीकल कैंप में पहुंचे 728 लाभार्थी

उज्जवल हिमाचल। डाडासीबा

जसवां-परागपुर को मोतियाबिंद मुक्त करने के संकल्प पर काम कर रहे कैप्टन संजय के मेडीकल कैंपों में अब भी बड़ी संख्या में आंखों व कानों के मरीज पहुंच रहे हैं। क्षेत्र के अंतिम छोर पर बसी पुननी पंचायत के गांव मगरू में आयोजित किए गए 28 वें मेडीकल कैंप में 728 लाभार्थी पहुंचे। मंगलवार को लगे इस स्वास्थ्य शिविर में आंखों व कानों की जांच के साथ ईसीजी, शुगर व ब्लड प्रेशर के भी टेस्ट किए गए। शिविर में पराशर की टीम ने कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करवाया। अब अगला मेडीकल कैंप 23 फरवरी को पीरसलूही पचायत में आयोजित होगा।

मगरू गांव में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में 459 मरीजों ने अपने आंखों की जांच करवाई तो 124 के कानों का चेक अप किया गया। कैंप में आए 197 मरीजों को निशुल्क चश्मे वितरित किए गए। 298 मरीजों को आई ड्राप्स दिए गए। जबकि आंख चेक करने वाले चिकित्सा विशेषज्ञों ने 92 मरीजों को आपरेशन करने की सलाह दी। इन मरीजों के मोतियाबिंद के निशुल्क अापरेशन कांगड़ा के निजी अस्पताल में संजय पराशर के द्वारा करवाए जाएंगे। शिविर में 75 मरीजों को कानों की मशीन फ्री में वितरित की गईं तो 62 मरीजों को कानों की दवाई भी दी गई। इसके साथ ही कैंप में पहुंची 142 महिलाओं को 1420 निशुल्क सैनेटरी पैड भी वितरित किए गए। 132 मरीजों के शुगर, बीपी और इसीजी के टेस्ट भी किए गए। इसके अलावा शिविर में 26 परिवारों के मुफ्त में हिमकेयर कार्ड बनाने के लिए जरूरी औपचारिकता पूरी की गई।

इस स्वास्थ्य शिविर में संजय पराशर ने कहा कि वह सनातन धर्म का पालन करते हैं और अपने संकल्प पर पूरी तरह से कायम रहते हैं। कहां कि अपने पैतृक गांव में बुजुर्गों द्वारा बनाए गए कच्चे मकान में रहते हैं, लेकिन काम हमेशा पक्का करते हैं। पिछले वर्ष स्वाणा के बाबा बालक नाथ मंदिर में पहला मेडीकल कैंप लगाया था, तो तभी यह तय कर लिया था कि क्षेत्र के बुजुर्गों को मोतियाबिंद की बीमारी से मुक्त करवाना है। अब तक 28 स्वास्थ्य शिविर अायोजित हो चुके हैं और 20 अप्रैल तक 24 और कैंप क्षेत्र के दूरदराज के गांवों में भी आयोजित किए जाएंगे। जब तक जसंवा-परागपुर क्षेत्र मोतियाबिंद मुक्त नहीं हो जाता, भविष्य में ऐसे शिविर निरंतर लगते रहेंगे।

वहीं, मेडीकल कैंप में पहुंचे अलोह के दिनेश कुमार, मगरू से प्रकाशो देवी, बंगाणा से बलदेव सिंह, पुननी के कृष्ण चंद और किशोरी लाल ने बताया कि कैप्टन संजय के वे इसलिए भी आभारी हैं कि पहली बार किसी ने बुजुर्गों की सेवा के लिए तन-मन-धन समर्पित कर दिया। ऐसा उन्हाेंने न पहले कभी सुना और न ही देखा था, लेकिन पराशर ने अपने संसाधनों से उन्हें घर-द्वार पर ही सेवा उपलब्ध करवाई। वहीं, पुननी पंचायत के उपप्रधान तिलक राज ने कहा कि संजय ने क्षेत्र की जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं देने का जो बीड़ा उठाया है, इसके लिए वह बधाई के पात्र हैं। तिलक ने पराशर द्वारा उनकी पंचायत में मेडीकल कैंप लगाने के लिए आभार भी जताया।