फाउंडेशन भटेच्छ’ की टीम निजी गाड़ियों में ढो रही मरीज़

मुनीश कोहली। शाहपुर
एक ओर जहाँ सरकारी प्रशासनिक व्यवस्थाएँ कोरोना महामारी से निपटने हेतु जुटी हुयी हैं वहीं कुछ लोग व्यवस्थाओं में कमियाँ निकालने में व्यस्त हैं लेकिन बहुत से स्वयंसेवी संगठन इस संकट के समय में उन लोगों की सेवा में दिन रात एक किये हुए हैं जो कोरोना कर्फ्यू व अन्य बंदिशों की बजह से ना केवल रोजी रोटी की समस्या से जूझ रहे हैं

बल्कि घर के किसी सदस्य के विमार पड़ने की स्थिति में उसे हॉस्पिटल तक पहुँचाना भी उनके लिए एक बड़ी मुसीबत बन रही है क्यों कि इन दिनों सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था तो बंद ही है स्वास्थ्य विभाग की 108 व अन्य ऍम्बुलेन्स सेवा भी उपलब्ध नहीं हो पा रही है | ऐसे में हर ज़रूरत मंद को उसकी ज़रूरत का सामान उसके घर द्वार पहुँचाने में डटी प्रयत्न फाउंडेशन भटेच्छ’ की टीम ज़रूरत पड़ने पर रोगियों को अपने निजी वाहनों में हॉस्पिटल तक पहुँचा रही है और रोगी को स्वास्थ्य लाभ मिलने के उपरांत उसके घर भी छोड़ने जा रही है,


प्रयत्न फाउंडेशन भटेच्छ’ की टीम के सदस्य गीतान्सू शर्मा ,संगम कपूर , सौरब लंगेह और अनिल राणा ने बताया कि आज सुबह उन्हें राजोल व ठारू पंचायत के गाँव खब्बर से फोन आया कि उनके यहां कोई विमार है लेकिन ना तो 108 और ना ही अन्य ऍम्बुलेन्स सेवा कोई रिस्पौन्स कर रही है और हमें तुरन्त रोगियों को हॉस्पिटल लेकर जाना है | सूचना मिलते ही प्रयत्न फाउंडेशन भटेच्छ’ टीम सदस्यों की निजी गाड़ियाँ राजोल व ठारू पंचायत के खब्बर के लिए रवाना हो गयीं और रोगियों को शाहपुर हॉस्पिटल में संतोषजनक ढंग से स्वास्थ्य लाभ दिलवा कर वापिस उनके घर तक छोड़ा | प्रयत्न फाउंडेशन भटेच्छ’ की टीम के सदस्यों ने बताया कि अब तक वे दर्जनों गाँवों (जिनमें धारकंडी के दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र भी शामिल हैं ) में ज़रूरतमंद परिवारों को,व धर्मशाला,कांगडा,व गगल के आसपास क्षेत्रों में प्रवासी परिवारों को रासन फल व अन्य सामग्री पहुँचा चुके हैं वहीं प्रशासन के आग्रह पर अंतिम संस्कार करवाने में भी उनकी टीम ने अपनी बेझिझक सेवाएँ दी है |