मेरी बात का जल्दी बुरा मान लेते है मुख्यमंत्री : अनिल शर्मा

उज्जवल हिमाचल। मंडी

जिला मंडी के कोटली में भाजपा की जनसभा में विधायक अनिल शर्मा की सरकार से नाराजगी उनके शब्दों में साफ नजरआई। वही मुख्यमंत्री ने भी विधायक अनिल शर्मा की नाराजगी पर पलट कर जबाब दिया। जनसभा में विधायक अनिल शर्मा ने कहा कि मैं व्यावधान पैदा नहीं करना चाहता। मैं निर्वाचित विधायक हूं। शिलान्यास पट्टिका में नाम नहीं तो कोई बात नहीं। कुछ नहीं बोलूंगा, जनता सब देख रही है। यह क्षेत्र पंडित सुखराम की कर्मभूमि है। राजनीति में उतार-चढ़ाव संभव है। सीएम साहब मेरी बात का जल्दी बुरा मान लेते हैं लेकिन मैं विकास की बात करता हूं। इस बीच अनिल शर्मा के समर्थकों ने नारेबाजी की। मंच छोड़ कर अनिल शर्मा अपने समर्थकों को समझाने चले गए। अनिल शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री मेरे लिए जो कहना है कह लें, मुझे फर्क नहीं पड़ता।

कोटली बस अड्डे को लेकर कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह पर तंज कसते हुए कहा कि जब बस अड्डा बना तो मंत्री ने ही बोला था की नाले में बस अड्डा बना दिया। अब यदि बस अड्डा नहीं होता तो जनसभा भी नहीं होती। अगर कुछ ज्यादा बोल दिया तो सीएम माफ करें। एक विधायक होने के नाते बोले तब भी बुरे, न बोलें तब भी बुरे। महेंद्र सिंह और मेरा रिश्ता ही कुछ ऐसा है। कभी मैं गाड़ी चलाता था तो महेंद्र सिंह साथ में बैठते थे। कोटली में 80 करोड़ के शुभारंभ और शिलान्यास पट्टिकाओं में विधायक अनिल शर्मा का नाम गायब रहा। अनिल ने मंच से रोष जताते हुए कहा कि मैं चुप रहूंगा। सीएम जयराम ने कहा कि सारी इच्छाएं पूरी नहीं होती।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि आज का कार्यक्रम जन्माष्टमी के दिन हो रहा है। सभी को जन्माष्टमी की बधाई। मेरा पहला सरकारी दौरा है। गर्मजोशी से स्वागत किया है। कोटली आना चाहता था, लेकिन कोविड के कारण आ नहीं पाया। राजनीतिक दृष्टि से कई बातें सुनने और देखने को मिलीं, कई चीजें हो जाती हैं। कहना नहीं चाहता। मंडी के बेटे को मौका मिला है कि हर बार मान और सम्मान की लड़ाई भी लड़ी जाती है। अनिल शर्मा को कहना चाहता हूं कि आप हमें दोष नहीं दे सकते। इसका भगवान भी साक्षी है। हमने बोला साथ चलो। मंडी के सम्मान के लिए साथ चलो ।

सीएम ने कहा कि आगे बढ़ना चाहिए। कुछ को हमारे काम करने का तरीका अच्छा नहीं लगता। एकजुट होकर चलना चाहिए। कई इच्छाएं पूरी नहीं हो पातीं। एक ऐसा दौर आया है, इसे समझो और मिलकर चलो।