सेनीटाइजर घोटाले को लेकर भाजपा पर हमलावर हुई कांग्रेस

पूजा शांडिल्य। ऊना

जिला कांग्रेस ने हाल ही में स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटाले को लेकर भाजपा को घेरने का प्रयास किया है। जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राणा रणजीत सिंह के नेतृत्व में डीसी संदीप कुमार के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि निदेशक हेल्थ सर्विसेज हिमाचल प्रदेश की गिरफ्तारी के कारण हुए घटनाक्रम ने वर्तमान प्रशासनिक व्यवस्था में जनता के विश्वास को हिला दिया है। प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने नैतिक जिम्मेदारी के बहाने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, नैतिक जिम्मेदारी का यह आधार एक लंगड़ा बहाना है। डॉ. बिंदल न तो प्रभारी मंत्री थे और न ही स्वास्थ्य विभाग के प्रशासनिक प्रमुख थे।

स्वास्थ्य विभाग में कोविड-19 के इस महामारी के दौरा में यह घटना राज्य सरकार के संरक्षण में भ्रष्टाचार का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। प्रदेश के मुख्यमंत्री इस घोटाले से अपने दायित्व से बच नहीं सकते, वे इस विभाग का प्रभार संभाल रहे हैं। जबकि मुख्यमंत्री ही गृह विभाग का प्रभार भी संभाल रहे हैं, इसलिए राज्य की जांच एजेंसियों से निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं की जा सकती है। प्रदेश के लोगों को यह जानने का अधिकार है कि अपराधी कौन है और आम लोगों के धन का कौन गलत इस्तेमाल कर रहा है।

कांग्रेस ने राज्यपाल से मांग की है कि इस अवधि के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई सभी खरीद-फरोख्त की निष्पक्ष जांच करने के लिए उच्च न्यायालय के सिटिंग जज की नियुक्ति की जाए। ताकि पूरे मामले की निष्पक्षता के साथ पटाक्षेप किया जा सके। इस मौके पर वीरेंद्र धर्माणी, पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश पराशर, ओंकार शर्मा, विनोद बिट्टू, बलवान ठाकुर, सुरेंद्र, राकेश कैलाश, वीरेंद्र मल्होत्रा, सुरेश दत्ता, पंकज दत्ता, अधिवक्ता धर्म सिंह, शान ठाकुर समेत अन्य लोग भी मौजूद रहे।