आंखें मूंदकर जनता की असुविधा नहीं देख सकती कांग्रेस : जितेंद्र शर्मा

क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला में बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं पर घेरी सरकार

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। धर्मशाला

कांग्रेस ऐसे वक्त में कोई राजनीति नहीं करना चाहती पर आंखें मूंद कर जनता को हो रही असुविधा को भी नहीं देख सकती। कांग्रेस प्रवक्ता जितेंद्र शर्मा ने जारी ब्यान में कहा कि क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला का इतिहास काफ़ी पुराना है और यह अस्पताल धर्मशाला ही नहीं, आसपास के क्षेत्रों के लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता रहा है। जब टांडा मेडिकल कॉलेज संस्थान शुरू होने से पूर्व मेडिकल कालेज का सारा काम भी इसी धर्मशाला अस्पताल में होता था। धीरे धीरे टांडा मेडिकल कॉलेज खुलने के कारण धर्मशाला अस्पताल से कई विभाग टांडा चले गये ,परंतु फिर भी धर्मशाला अस्पताल का रुतबा कायम रहा। यह इलाका के लोगों को लगभग हर तरह की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता रहा। परंतु सरकार ने कुछ दिन पहले इस क्षेत्रीय अस्पताल से ओपीडी व आपात सेवा के इलावा, सभी अन्य सेवाओं को चुपचाप ही बंद कर दिया। जिसके चलते क्षेत्र के लोग, जिन्हें धर्मशाला अस्पताल में पहले बीमारियों के इलाज में इनडोर सुविधाएं भी मिलती थीं, अब उन्हें टांडा का रुख़ करना पड़ रहा है। आलम यह है की जिस मरीज़ को स्वास्थ्य सेवाएं घर द्वार मिल जाती थीं, उन्हें कोरोना के खतरनाक माहौल में दूर-दूर भटकना पड़ रहा है।

बकौल जितेंद्र शर्मा टांडा में पहले से ही काफ़ी भीड़ है और इस वजह से सभी रोगियों को इलाज के लिए बिस्तर मुहैया नहीं हो पाते हैं। आज से पहले धर्मशाला शहर और आस पास के रोगी, धर्मशाला अस्पताल में दाखिल होके अपना इलाज करवा सकते थे। यही नहीं रोगियों के साथ आए तीरमदारों को भी यहां रहने की व्यवस्था रहती थी। परंतु कोरोना महामारी के चलते सारा का सारा अस्पताल अब कोरोना वार्ड में बदल दिया गया, जिस वजह से अब धर्मशाला शहर और आसपास के लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में इंडोर सुविधा बंद कर दी गयी है। रोगियों को सिर्फ़ बाह्य रोगी विभाग द्वारा ही देखा जा रहा है और अन्य सेवाओं के लिए या तो टांडा या अन्यत्र ही रेफ़र किया जा रहा है। जिस वजह से अब आम लोगों को काफ़ी परेशानियों से दो-चार होना पड़ रहा है।

जितेंद्र शर्मा का कहना है यहां की भौगोलिक परिस्थितियों के लिहाज से भी हजारों लोग धर्मशाला अस्पताल सुविधाजनक है। दूसरी राजधानी कहे जाने वाले धर्मशाला में महिला रोग, गायनी के मरीजों को बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जो अस्पताल 400 बिस्तरों की सुविधा दे रहा था अब शून्य होकर रह गया है। कोरोना से निपटना जरूरी है लेकिन इससे आम जनता की स्वास्थ्य सुविधाएं बाधित न हों यह ध्यान भी सरकार को ही रखना है।

इस लिए कांग्रेस पार्टी आम लोगों की समस्याओं को देखते और समझते हुए, सरकार से अनुरोध करती है कि धर्मशाला क्षेत्रीय अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में आम बीमारियों के रोगियों को दाखिल करने और उनके उपचार के लिए उचित प्रबंध करे, क्योंकि पुरानी और नयी बिल्डिंग के रास्ते भी अलग अलग है और इस तरह से दोनों को अलग अलग भी किया जा सकता है और आम लोगों को भी यह सुविधा प्राप्त हो सकती है। जितेंद्र शर्मा ने कहा कि स्थानीय विधायक से भी अनुरोध है की जनता की ज़रूरत पर आंखें मूंद कर न बैठें बल्कि इस मसले को सरकार के समक्ष जोर-शोर से उठाएं ताकि धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के लोगों को दुश्वारियों का सामना न करना पड़े।