लॉकडाउन के दौरान गांव को सड़क मार्ग से जोड़ा

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

अगर किसी कार्य को करने की सच्ची लगन हो और हौसला मजबूत हो तो फिर कोई भी काम असंभव नही होता। इसी का उदाहरण विकास खंड बल्ह की ग्राम पंचायत दसेहडा के चहड़ी गांव के लोगों ने पेश किया है। ग्रामीणों ने कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर जारी लाकडाउन में बंद पड़े सड़क मार्ग के कार्य को स्वेच्छा से श्रमदान कर कार्य को पूरा कर दिया गया।

बता दें कि गलचु नाला से नैना माता मंदिर तक ग्राम पंचायत द्वारा इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया गया था, लेकिन लॉकडाउन शुरू हो जाने से इसका निर्माण कार्य चहड़ी गांव से कुछ दूरी पर ही रुक गया था। इसके आगे जो रास्ता था उसमें पूरी तरह से सख्त पत्थर था, जिसे काटकर सड़क निर्माण करना बहुत ही मुश्किल था, लेकिन जैसे ही स्थानीय प्रशाशन ने कार्य करने की छूट लॉकडाउन में दी। उसके बाद बीडीसी सदस्य तारा तुंगला की अगवाई में स्थानीय गांव वासियों ने खुद ही अपने गांव तक सड़क पहुंचाने का फैसला किया।

जानकारी देते हुए तारा तुंगला ने बताया कि इस लॉकडाउन में प्रशासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए इस बची हुई सड़क का निर्माण किया गया है। इस सारे कार्य में सभी लोगों ने स्वेच्छा से बिना किसी पैसे के कार्य किया और चहड़ी गांव को पूर्णतया सड़क सुविधा से जोड़ दिया है।

उन्होंने आगे कहा कि इस कार्य मे उन्हें काफी मुश्किल का सामना भी करना पड़ा और सख्त पत्थर के कारण एक समय सड़क निकलना मुश्किल भी लग रहा था, लेकिन फिर भी सभी लोगों के सहयोग और मेहनत से आखिरकार वो इस सड़क को गांव तक पहुंचाने में सफल रहे। उन्होंने कहा कि अब आगे जल्द ही इस सड़क को माता मुरारी मंदिर जाने वाली सड़क के साथ जोड़ा जाएगा।

इस कार्य से पंचायत के अन्य लोगों व स्थानीय गांव की जनता को आने वाले समय ने इसका फायदा मिल सकेगा। इस कार्य में नंदलाल, बृजलाल, अमरचंद तुंगला, मनीराम, देवराज, सतीश राणा व हेमसिंह सहित अन्य का विशेष सहयोग रहा।