संक्रमित व्यक्ति के प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष संपर्क में आए व्यक्तियों का पता लगाने में जुटा प्रशासन

उदय ठाकुर। मंडी

उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया है कि जेगिंदरनगर क्षेत्र के एक व्यक्ति की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। नेरचौक मेडिकल कॉजेल से सोमवार शाम 4 मई को मिली टैस्ट रिपोर्ट में जोगिंदरनगर उपमंडल की उपतहसील मकरीड़ी के एक युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजीटिव आई है। उसकी उम्र 30 साल के करीब है।

उपायुक्त ने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद संबंधित एसडीएम को उस क्षेत्र को ‘कॉर्डन ऑफ’ करने के निर्देश दिए गए हैं । सरकार के मानक संचालन प्रक्रिया (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) के अनुरूप घर के 3 किलोमीटर क्षेत्र (रेडियस) को कंटेनमेंट जोन (रोक थाम क्षेत्र) घोषित किया गया है। आने वाले दिनों में इस क्षेत्र में किसी भी प्रकार का आवागमन नहीं होगा। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन से बाहर का 2 किलो मीटर क्षेत्र ‘बफर जोन’ बनाया गया है। उस क्षेत्र मे भी प्रतिबंधित आवगमन होगा।
उन्होंने कहा कि प्रशासन का मुख्य ध्यान संक्रमण फैलेने से रोकने पर है। इसे लेकर संक्रमित व्यक्ति के प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष संपर्क में आए व्यक्तियों का पता लगाया जा रहा है। पुलिस, स्वास्थ्य व प्रशासन की टीम इस पड़ताल में जुटी है। इसे आधार पर लोगों के सैंपल लिए जाएंगे और उन्हें सख्ती से होम क्वारंटाइन में रखा जाएगा। सैंपल के परिणाम के अनुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी।
29 अप्रैल को पहुंचा था गांव
उपायुक्त ने बताया कि वह युवक 29 अप्रैल को दिल्ली से अपने घर पर पहुंचा था। तब से वह होम क्वारंटाइन में था। वह घर के एक कमरे में सीमित था और अन्य सदस्यों से भी नहीं मिल रहा था। प्रशासन की टीम उसकी निगरानी कर ही थी। जब उसे बुखार आना शुरू हुआ तो उसका सैंपल लिया गया था।
उन्होंने कहा कि जो भी लोग बाहरी राज्यों से जिला में आ रहे हैं उन सभी लोगों को होम क्वारंटाइन में रखा जा रहा है। और किसी में भी लक्षण दिखने पर तुरंत सैंपल लेने की व्यवस्था की गई है।
नेरचौक मेडिकल कॉलेज में होगा उपचार
वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी मंडी डॉ. जीवानंद चौहान ने बताया कि प्राथमिक पड़ताल में पता चला है कि वह युवक दिल्ली में अक्षरधाम क्षेत्र में रहता था और नोयडा में जॉब करता था। गांव लौटने के बाद से ही वह घर में अलग थलग रह रहा था।
उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उसे अब एंबुलेंस से नेरचौक मेडिकल कॉलेज लाया जा रहा है, जहां आगे उसका उपचार किया जाएगा।