48 घंटें में वापस प्रदेश आने के बावजूद निकला कोरोना संक्रमित

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

प्रदेश सरकार का वैश्विक कोरोना महामारी के दौरान अनलॉक-1 में हिमाचल के रहने वाले लोगों को बाहरी राज्यों में जाने के बाद 48 घंटें में वापस लौटने के फैंसले पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है। इसको लेकर जिला मंडी में पिछले कल मंगलवार शाम आए कोरोना पॉजिटिव मामले ने प्रदेश के लोगों की चिंता को दोगुना कर दिया है।

मामले में जिला मंडी के धर्मपुर के घरवासड़ा व सरकाघाट से संबंधित एक 39 वर्षीय हार्ट पेशेंट मंगलवार को कोरोना पॉजिटिव आया है, लेकिन संक्रमित व्यक्ति मंडी से डीसी मंडी के माध्यम से कोविड ई-पास बनाकर अपना ईलाज करवाने 12 जून को चंडीगढ़ के निजी अस्पताल और पीजीआई गए थे। चंडीगढ़ में अपना ईलाज करवाने के बाद संक्रमित व्यक्ति अन्य सहयोगियों सहित 13 जून को 48 घंटों में वापस हिमाचल प्रदेश वापस भी आ गए थे।

वहीं, प्रशासन द्वारा संक्रमित व्यक्ति का 48 घंटे के भीतर लौटने के चलते होम कवारंटाइन नहीं किया गया था। बता दें कि प्रदेश सरकार द्वारा हिमाचल से बाहरी राज्यों में जाने वाले लोगों को 48 घंटों में वापस लौटने पर क्वारंटीन नहीं करने का फैंसला लिया गया है।

वहीं, सरकाघाट में रहने वाले कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति को लेकर प्रशासन द्वारा मरीज के निवास स्थान नगर पंचायत सरकाघाट के वार्ड-4 कलास को कंटेनमेंट और नगर पंचायत सरकाघाट के अन्य वार्डों को बफर जोन बना दिया गया है, लेकिन इस मामले के सामने आने से एक बात तो प्रत्यक्ष सामने आ गई है कि प्रदेश सरकार को अपने इस फैसला पर दोबारा जरूर सोचना पड़ेगा।