डाक्टरों और नर्सों के जाते ही अटेंडेंट खुद ही बढ़ा व घटा रहे आक्सीजन का लेवल

नेरचौक मेडिकल कॉलेज में तीमारदारों की अत्याधिक संख्या बनी ड्यूटी पर तैनात मेडिकल स्टाफ के लिए परेशानी का सबब

उमेश भारद्वाज। मंडी

मंडी जिला के नेरचौक स्थित श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कालेज एवं कोविड अस्पताल में तीमारदारों की अधिक संख्या में मौजूदगी डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है। इस कारण तीमारदारों का संक्रमितों के साथ सीधा कांटेक्ट होने के बावजूद अस्पताल से बाहर जाकर खुले में घूमने से संक्रमण फैलाने का डर लगातार बना हुआ है। बता दें कि सरकार ने संक्रमितों के परिजनों की आलोचनाओं के बाद हर कोविड संक्रमित के साथ अटेंडेंट साथ रखने की अनुमति दे दी है। लेकिन अब इससे कोविड वार्ड में मरीजों के अटेंडेंट बिना पीपीई किट के घूम रहे हैं, जिससे संक्रमण फैलने की संभावना बढ़ रही है। कोविड अस्पताल नेरचौक में अटेंडेंट पहले बाजार घूम रहे हैं और फिर वार्ड में मरीज को देखने पहुंच रहे हैं, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा बढ़ गया है।

कोविड वार्ड में मरीजों के अटेंडेंट बिना पीपीई किट के घूमने से बड़े स्तर पर संक्रमण फैलने का बढ़ा खतरा

जानकारी के अनुसार डॉक्टर व नसों के वार्ड से बाहर निकलते ही कई अटेंडेंट खुद ही ऑक्सीजन बढ़ा और घटा रहे हैं। इससे मरीजों को तय मानकों के तहत जो ऑक्सीजन देने की प्रक्रिया है उस पर भी असर पड़ रहा है। इससे कई बार ऑक्सीजन वेसे जाने के कारण सिलेंडर की खपत भी बढ़ रही है।जानकारी देते हुए श्री लाल बहादुर शास्त्री मैडीकल कालेज एवं कोविड अस्पताल नेरचौक के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जीवानंद चौहान ने कहा कि कोविड वार्ड में मरीजों के अटेेंडेंट द्वारा ऑक्सीजन बढ़ाने और घटाने की शिकायतें आ रही हैं। इस कारण मरीजों के ईलाज में समस्या पैैैदा होनेे के साथ उपकरण भी खराब हो रहे हैं। डॉ. चौहान ने लोगों से अपील की है कि कोविड वार्ड में तैनात मेडिकल टीम सक्षम है और सिर्फ ज्यादा आवश्यकता पडऩे पर ही मरीज के पास अटेंडेंट आए तो बेहतर होगा।