महामारी के दाैर में लाेगाें ने जमकर ताेड़े काेराेना नियम

उज्जवल हिमाचल। जालंधर

नियम तोड़ने का जालंधरियों का हाल कोरोना काल में भी नहीं बदला। जालंधर में 23 मार्च 2020 को कर्फ्यू शुरू हुआ था और तब से लेकर अब तक लोगों ने करीब एक लाख से ज्यादा ट्रैफिक चालान करवाए। कर्फ्यू और लाकडाउन में लोगों का ज्यादातर समय घरों में ही बीता, बावजूद तीन हजार से ज्यादा वाहन पुलिस ने जब्त कर लिए हैं। पुलिस ने पिछले 13 महीने में नियम तोड़ने पर लोगों पर 4,07,58,700 रुपए का जुर्माना किया है। यही नहीं कर्फ्यू को वर्ष पूरा होने के बाद यानि 23 मार्च, 2021 के बाद से लेकर अब तक एक महीने में ही 9 हजार से ज्यादा ट्रैफिक चालान जालंधरवासियों के कट चुके हैं और 66 वाहन भी जब्त हो चुके हैं।

यह वो आंकड़े हैं, जो सिर्फ ट्रैफिक पुलिस के किए चालान के बाद सामने आए हैं। थानों की पुलिस ने भी नियम न मानने पर अब तक हजारों चालान किए हैं। कोरोना से बचने के लिए बनाए गए मास्क पहनने के नियम की अनदेखी करते हुए जालंधर के लोगों ने एक साल में चार करोड़ से ज्यादा का जुर्माना सरकारी खजाने में जमा करवा दिया है। इसके अलावा सार्वजनिक स्थल पर थूकने, होम क्वारंटाइन के उल्लंघन व शारीरिक दूरी का नियम न मानने पर भी लाखों रुपए जुर्माने के रूप में पुलिस को दिए हैं।

बीते एक माह में ही 36 लाख रुपए से ज्यादा का जुर्माना मास्क न पहनने वाले लोग दे चुके हैं। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि लोगों को कोरोना से बचाने के लिए नियम बनाए गए हैं। यदि पुलिस सख्ती न करे तो लोग नियम नहीं मानेंगे। सरकार ने जो नियम बनाए हैं, लोगों को उसे मानना चाहिए। लोग नियम नहीं मानेंगे तो सख्ती इसी तरह से की जाती रहेगी।