देहरा विकास मंच ने दूसरी बैठक का आयोजन कर बनाई रणनिति

शुभम शर्मा। रक्कड़

गरली के गांव चनौर ठाकुरद्वारा में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान लक्ष्मीनारायण जी के पावन सानिध्य में देहरा विकास मंच की दूसरी बैठक अध्यक्ष मनोज भारद्धाज की अध्यक्षता व ऐडवोकेट सुप्रीम कोर्ट विनोद शर्मा देहरा विकास मंच संयोजक की विशेष मौजूदगी में संम्पन हुई। इस दौरान उपमंडल की लगभग सभी तहसीलों में से मंच के सहयोगी सदस्यों ने शिरकत की।मंच की बैठक को संबाेधित करते हुए। विरिष्ठ प्रवक्ता पवन बजरंगी ने कहा कि उपमंडल देहरा की जनता को अपनी शक्ति व ऊर्जा को संचित करने की जरूरत है। देहरा के हितों को सर्वोपरि रखकर हमें आगे बढ़ना होगा।

हमारा बिखराव ही हमारी दशा का मूल कारण है। सामाजिक एकता का होना बहुत जरूरी है, देहरा उपमंडल विकास में बहुत पिछड़ा हुआ है। हिमाचल में जो भी सरकारें रही हैं। उन्होंने अपनी सुविधानुसार देहरा का इस्तेमाल ही किया है। देहरा के हर प्रोजेक्ट में राजनीति करके उसे रोकने का प्रयास किया जाता रहा है। सैंट्रल युनिवर्सिटी का शिलान्यास होने की डेढ़ वर्ष की अवधि बीत जाने के बाद भी काम शुरू न होना इसका जिवांत उदाहरण है।

देहरा के गांव सडक पानी बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं, हमें अपने हकों के लिए संघर्ष करना पड़ा है। उपमंडल देहरा को प्रशासनिक जिला का दर्जा दिलाने की मांग वर्षाें पुरानी है, लेकिन सरकारों ने इसकी अनदेखी की है। पौंग बांध के विस्थापित अपने हकों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। आज भी संघर्ष कहीं सड़क, कहीं पानी के लिए, संघर्ष हो रहा है, सामाजिक एकता का अभाव है। असंगठित समाज कभी अपना भला नहीं कर सकता है। देहरा विकास मंच समाज को संगठित करके लोगों की ऊर्जा का सही उपयोग करने का प्रयास कर रहा है, ताकि देहरा की हर छोटी-बड़ी समस्या को हल किया जा सके।

लोग एकजुट होकर कार्य करें, तो बड़ी से बड़ी समस्या को हल कर सकते हैं। अपने हकों के लिए भीख का कटोरा लिए सरकार के आगे हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। देहरा को हमेशा झूठे सजबाग दिखाकर ठगा गया है। फुट डालो और राज करो की नीति के तहत लोगों को बांटने की साज़िश करके ओर छोटे-2 तहसील, उपतहसीलों में बांटकर, एकता को छिन्न-भिन्न करने की साज़िश की गई है। देहरा को जिला बनाने की असल मांग को नजरंदाज किया गया है। सभी वक्ताओं ने देहरा को जिला का दर्जा दिलाएं जाने की मांग को बल देते हुए कहा कि देहरा उपमंडल को जिला का दर्जा दिलाने के लिए हम किसी भी तरह के संघर्ष करने को तैयार हैं।

यह हमारे देहरा का बुनियादी हक है और हम इसे लेकर ही रहेंगे, सभी वक्ताओं ने अपने विचार साझा किए और देहरा विकास मंच की पहल का स्वागत करते हुए इसका पूरे पुराने देहरा उपमंडल में विस्तार करने का संकल्प लिया है। विरिष्ठ प्रवक्ता पवन बजरंगी ने बताया की मंच भविष्य में इस विचार को लेकर उपमंडल की सभी तहसीलों, गांवों तक पहुंचकर जागरूक करने साथ जोड़ने के अभियान को ओर तेज करेगा। मंच का अगला कार्यक्रम अगले रविवार को हरिपुर तहसील मुख्यालय में होगा।

इस मौके पर, मंच के विरिष्ठ प्रवक्ता पवन बजरंगी के अलावा, सुरेंद्र सूद, मंच अध्यक्ष मनोज भारद्धाज, संयोजक ऐडवोकेट विनोद शर्मा ने बैठक को संबोधित किया सभी वक्ताओं ने देहरा को प्रशासनिक जिला का दर्जा दिलाने की मांग को प्रमुखता से उठाया और ऊर्जावान होकर सभी उपमंडल की जनता को इस मुहिम से जुड़ने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि मंच सामाजिक एकता के लिए अभियान चला रहा है, ताकि देहरा की हर किसी छोटी-बडी समस्या को एकजुट होकर हल किया जा सके।

इसमें हम निज-स्वार्थ, निज-विवाद को ताक पर रखकर व अपनी राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठकर सिर्फ ओर सिर्फ देहरा के हितों को सर्वोपरि मानकर एकजुट होकर काम करें। मंच का कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं है सरकारें आती-जाती रहेंगी समाज की चेतना जागृत रहनी चाहिए । जिस समाज की मर गई समझो समाज का अंत हो गया।

वहीं, समाज उभरता है, जिसकी चेतना जिंदा है इस मौके पर चुनौर ठाकुरद्वारा में महंत विक्की राजेश वालिया देहरा, मूनीष सूद, अनुज शर्मा, पुष्पेन्द्र ठाकुर सुनहेत, अश्वनी शर्मा चुनौर, हरभजन भाटिया, आंनद सूद रक्कड, पंडित सुरेन्द्र हरिपुर, कथावाचक सुमित शास्त्री, रविंद्र सूद, रामपाल शर्मा, डॉ राणा बढलठौर, चंदन शर्मा, लवली शर्मा, संदीप हरिपुर, लक्की राणा जसवां बाडी, अजय शर्मा जसवां, सुनील डाडासीवा, मोहित डाडासीवा, मुनीष गुलेरीया बडलठौर, सतपाल शर्मा, नेहरनपुखर, रोहित हरिपुर, मुकेश नलेटी, सन्नी ठाकुर जुदरेड, संजीव व मनोज रक्कड़ मौजूद रहे।