उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में किया हवाई सर्वे – संजय गुलेरिया

ज्वाली के भाजपा नेता संजय गुलेरिया

उज्ज्वल हिमाचल। ज्वाली

बीते कल शनिवार को भाजपा के नेताओं में कांगड़ा चंबा लोकसभा प्रभारी विपन परमार, ज्वाली के भाजपा नेता संजय गुलेरिया, राजीव भारद्वाज, इंदौरा के पूर्व विधायका रीता धीमान, नूरपुर के विधायक रणवीर सिंह निक्का ने बाढ़ ग्रस्त मंड क्षेत्र का दौरा करके लोगों के साथ दुःख सांझा किया वही दूसरी तरफ हिमाचल के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री भी अपने काफिले के साथ बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का दौरा करने पहुंचे और 2000 करोड़ का हवाई सर्वे करके, लोगों के हित में अपने दम पर कुछ न कर पाना उल्टा केंद्र सरकार पर ठिकरा फोड़ते हुए अपने सुख सुविधा आशियाने में लौट गए ।

संजय गुलेरिया ने उपमुख्यमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अगर कांग्रेस सरकार को बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र के पीड़ित लोगों के साथ जरा भी सहानुभूति होती तो सरकार के प्रतिनिधि तुरंत अपनी सुख सुविधाओं को और हर महीने मिलने वाली सैलरी को बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र के लोगों की सुविधाओं पर खर्च करने का एलान कर देते। लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं हुआ।

गुलेरिया ने कहा कि केंद्र सरकार ने राहत कोष में हिमाचल की कांग्रेस सरकार को 384 करोड़ रूपये दिए है और 400 करोड़ रुपए का और प्रावधान किया जा रहा है। किसानों को दो- दो हजार की किसान सम्मान निधि डाली जा रही है। 60 साल से ऊपर वाले लोगों को पेंशन डाली जा रही है जोकि बिना किसी भेदभाव से जाति, धर्म, पार्टी में दी जा रही है, लेकिन हिमाचल की कांग्रेस सरकार जनता के समक्ष चुनावों के दौरान 10 गारंटी योजनाओं को देने वाली विफल कांग्रेस सरकार अब केंद्र से मिलने वाली राशि को जनता के समक्ष बताने से शर्मा रही है।

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उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को इस आपदा की घड़ी में राजनीतिक रोटियां नही सेकनी चाहिए बजाय पहले फौरी राहत के रूप में पीड़ित लोगों को रहने, खाने पीने और बच्चों की पढ़ाई की ओर ध्यान देना चाहिए। संजय गुलेरिया ने उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के द्वारा मंड क्षेत्र में किए गए सर्वे को हवाई सर्वे बताया। उन्होंने बताया कि मंड क्षेत्र में हुए नुकसान का अंदाजा लगाना असंभव है क्योंकि कई जगहों से सड़कें टूट गई है। बिजली ठप्प पड़ी हुई है। पीने के पानी की भारी किल्लत चली हुई है। लोगों के घरों में घुसे पानी ने सारी जिंदगी की कमाई से बनाए समान को नष्ट कर दिया है।

सैंकड़ों एकड़ जमीन में लगी धान की फसल बर्बाद तो हुई ही है लेकिन सैंकड़ों एकड़ भूमि भी नदी में तबदील हो चुकी है। जिसके नुकसान का जायजा लगाना इतना आसान नहीं लेकिन हिमाचल के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने न जाने गाड़ी में बैठे बैठे किस कैलकुलेटर से मंड क्षेत्र में हुए नुकसान का अंदाजा लगाया होगा। संजय गुलेरिया ने कहा कि अगर हिमाचल प्रदेश में हुई सारी तबाही की भरपाई केंद्र सरकार ने ही करनी है तो प्रदेश कांग्रेस सरकार के अभी प्रतिनिधि अपने पद से इस्तीफा दें।

संवाददाताः चैन सिंह गुलेरिया

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