शिमला:उपायुक्त की अध्यक्षता में आज जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। बैठक में उपायुक्त ने बताया कि सघन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत द्वितीय चरण में 14 नवंबर से 28 नवंबर तक जिला के सभी स्कूलों व आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों को ओआरएस तथा जिंक टेबलेटका वितरण किया जा रहा है जबकि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति योजना के तहत 21 नवंबर व 25 नवंबर को एल्बेंडाजोल दवा का वितरण किया जाएगा।
उन्होंने अभिभावकों से आह्वान किया कि अपने-अपने बच्चों को नियमित रूप से भेजना सुनिश्चित करें ताकि सभी को स्वास्थ्य लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि जिला में अब तक कोविड-19 वैक्सीनेशनके तहत 7,88,224 लोगों को प्रथम डोज लगा दी गई है जबकि 70,42,135 लोगों को वैक्सीन की द्वितीय तथा 4,00,605 लोगों ने लोगों को बूस्टर डोज / प्रिकॉशनरी डोज लगा दी गई है। यह भी पढ़ें:बारिश से भीगने के कारण मक्की की फसल हुई खराब
उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोविड-19 की रफ्तार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है और नए-नए वेरिएंट सामने आ रहे हैं, जिस कारण सभी लोगों को वैक्सीन लगाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कोविड-19 वैक्सीन नि:शुल्क उपलब्ध करवाई गई है और वर्तमान तक स्वास्थ्य विभाग के पास लगभग 7,000 डोज शेष है। जिसे 31 दिसंबर 2022 तक लगाना आवश्यक है।
उन्होंने आम जनमानस से आह्वान किया कि वे 31 दिसंबर से पहले-पहले अपनी व परिवार के सदस्यों को वैक्सीन लगाना सुनिश्चित करें ताकि सभी को नि:शुल्क वैक्सीन की सुविधा मिल सके। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गठित टीमों के मैडम से इस अभियान को सफल बनाएं ।
उन्होंने शिक्षा विभाग तथा बाल एवं महिला विकास विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वे अपने अधीन सभी विद्यालयों तथा आंगनवाड़ी केंद्रों को पत्राचार के माध्यम से ओआरएस, जिंक तथा एल्बेंडाजोल दवा के वितरण की जानकारी दें ताकि सभी बच्चों को स्वास्थ्य लाभ मिल सके।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुरेखा चोपड़ा, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास ममता पाल, उप निदेशक उच्च शिक्षा अशोक शर्मा, चिकित्सा अधिकारी स्वास्थ्य डॉ. एचआर ठाकुर, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष सूद, हेमलता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।