दिव्यांग संजीव शर्मा पर खास गलोड़ पंचायत के लोगों ने जताया भरोसा

एसके शर्मा । हमीरपुर
हिमाचल प्रदेश में पंचायती राज के प्रथम चरण के चुनाव हो चुके हैं और उनके परिणाम भी घोषित हो चुके हैं। नादौन विकास खण्ड की  खास गलोड़ पंचायत में एक ऐसे प्रधान ने जीत हासिल की है  जो चलने फिरने में असमर्थ है। व्हीलचेयर पर ही प्रधान पद के लिये लोगो से वोट की अपील की गई। चार प्रतिद्वंद्वीयों  को  20 मतों से हराकर पंचायत में प्रधान पद हासिल किया है।  अक्षम संजीव शर्मा ने रोड़ शो निकालकर और ढ़ोल नगाड़े बजाकर पंचायत की जनता का आभार जताया है।
 हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर की एक पंचायत में एक ऐसे शख्स ने पंचायत चुनाव में जीत हासिल की है जो कि चलने में फिरने में पूरी तरह से असमर्थ हैं।  हम बात कर रहे नादौन विकास खण्ड की ग्राम पंचायत खास गलोड़ की जहां पर एक अक्षम ने प्रधान पद पर जीत हासिल कर इतिहास बनाया है। संजीव शर्मा ने साबित कर दिया कि पांवों के न होते हुए भी विजय हासिल की जा सकती है। संजीव शर्मा ने बताया कि अपंगता कभी भी उनके आगे आड़ी नहीं आई। उन्होंने जो मन मे ठाना उसे पाने में सफलता भी हासिल की है। संजीव ने बताया कि चुनाव प्रचार उन्होंने अपनी व्हील चेयर पर ही किया है। लोगों ने उन पर विश्वास जताया है। जिसे वह आगामी पांच वर्षों में पंचायत में विकास के नए आयाम स्थापित करेंगें।
संजीव शर्मा ने बताया कि उनके साथ चार और लोग चुनावी मैदान में थे। उन्हें 319 मत , होशियार सिंह गौतम को 299, कांगडा बैंक के पूर्व निदेशक अनिल वर्मा को 263, बलवीर सिंह को 258 और विजय कुमार को 51 मत पड़े हैं।  बता दें कि संजीव शर्मा इसी पंचायत में पिछले टर्म में उप प्रधान भी रह चुके हैं। उन्होंने अपनी जीत का श्रये जनता को दिया है। अपनी जीत की खुशी पर संजीव शर्मा ने ढ़ोल नगाड़ों सहित बाजार में आभार  रैली निकाली है। इस दौरान ग्रामीणों ने नाच गाकर जीत का जश्न मनाया।
वहीं लोगो  ने कहा कि पिछले टर्म में संजीव शर्मा पंचायत के उपप्रधान रह चुके हैं और उन्होंने  अच्छा काम किया है। जिसके चलते लोगों ने उन्हें जनादेश दिया है।  उन्होंने  कि संजीव शर्मा अक्षम में है फिर भी उन्होंने इस मुकाम को हासिल किया यह काबिले तारीफ है। पिछली पंचायत में ये उपप्रधान पद पर रहे तो उन्होंने विकास को गति दी । जिसके चलते लोगों ने अब उन्हें प्रधान पद की कमान सौंपी है।  युवाओं के लिए पंचायत में उन्होंने अच्छा काम किया था इसलिए युवाओं ने उन्हें अपना जनादेश दिया है।