जोगिंद्रनगरः डीएवी पब्लिक स्कूल जोगिंद्रनगर में शुक्रवार को दीपावली महोत्सव का आयोजन किया गया। इस मौके पर विद्यालय परिसर में कई प्रतियोगिताएं हुई। बच्चों ने अपने शिक्षकों के साथ रंगोली बनाई। स्कूल के प्रधानाचार्य संजय ठाकुर ने बताया कि नर्सरी से नौवीं तक के बच्चों द्वारा दीपावली महोत्सव मनाया गया।
इस उत्सव पर दीपावली का त्योहार सुरक्षित तरीके से मनाने की सलाह दी। पर्यावरण बचाने के लिए दिवाली पर तेज आतिशबाजी नहीं कर सुखद व स्वच्छ दीवाली मनाने का सभी को संदेश दिया। शिक्षकों ने कहा कि स्कूलों में पढ़ाई का मानसिक तनाव न हो इसलिए इस तरह के आयोजन से बच्चों में क्रिएटिविटी वर्क को निखारने के साथ पढ़ाई के बोझ को कम करने का प्रयास किया जाता है।
कक्षा-पहली और कक्षा-दूसरी के बच्चों के लिए मोमबत्ती सजावट की प्रतियोगिता रखी गई। कक्षा-तीसरी, चौथी और पाँचवीं के बच्चों के लिए दीया पेंटिंग प्रतियोगिता करवाई। कक्षा छठी और सातवीं के लिए कार्ड मेकिंग, कक्षा आठवीं और नौवीं की लड़कियों के लिए रंगोली मेकिंग की प्रतियोगिता और लड़कों के लिए दीया बनाने की प्रतियोगिता करवाई गई।
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रंगोली प्रतियोगिता में हंसराज सदन ने प्रथम, विवेकानंद सदन ने द्वितीय स्थान और दयानंद सदन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रधानाचार्य संजय ठाकुर ने सभी बच्चों और शिक्षक वर्ग को दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने दीवाली के महत्व के बारे में बताया। सभी को पर्यावरण सुरक्षा के लिए ग्रीन पटाखे छुड़ाने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने कहा दीया भले मिट्टी का होए मगर वह हमारे जीने का आदर्श है, हमारे जीवन की दिशा है, संस्कारों की सीख है, संकल्प की प्रेरणा है और लक्ष्य तक पहुंचने का माध्यम है। दीपावली मनाने की सार्थकता तभी है, जब भीतर का अंधकार दूर हो। अंधकार जीवन की समस्या है और प्रकाश उसका समाधान। जीवन जीने के लिए सहज प्रकाश चाहिए।
संवाददाताः जतिन लटावा
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