इक्नोमिक्सि, कॉमर्स एवं मैनेजमैंट में उदित हो रही प्रवृतियों पर नैशनल सेमिनार

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा

डॉ प्रदीप कुमार जो कभी डीएवी कॉलेज कॉंगड़ा में अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष तथा डीएवी पालमपुर में प्रिसींपल के पद पर रहे, ने अर्थशास्त्र, वाणिज्य और प्रबंधन में उदित प्रवृतियों पर एनआईआई एलएम युनिर्वसिटी कैथल में इक्नोमिक्स, कॉमर्स तथा मैनेजमैंट विभाग की ओर से राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया। इस सेमिनार में डॉ. प्रदीप कुमार ने कनविनर, डॉ. प्रवीन ने को-कनविनर एवं डॉ. देश बन्धु तथा डॉ. कुलदीप ने आर्गेनाईजर सैक्रटरी की भूमिका निभाई

इस अवसर पर प्रो. (डॉ.) एस.एस. तेवतिया वाईसचान्सलर ने मुख्य अतिथि के रूप में षिरकत करते हुये दीप प्रज्जवलित करके सेमिनार का उद्घाटन किया। डॉ. एकता ने मंच का संचालन करते हुये कार्यक्रम की जानकारी दी। डीन एवं प्रो. ऑफ इक्नोमिक्सि डॉ. प्रदीप ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुये बताया कि आज के वैश्वीकरण के युग में ग्लोबल मार्किंट में प्रतियोगिता करने हेतु गुणवता के साथ मांग में वृद्धि तथा निर्यात में वृद्धि करने हेतु एवं अर्थव्यवस्था के तीव्र विकास के लिए सरकार की नीतियों को उचित प्रबंधन के साथ लागू करना समय की मॉंग है।

मुख्य अतिथि प्रो. तेवतिया ने कहा कि आज के युग में रिसर्च के विषय में पर्याप्त सामग्री तथा अनुसंधान की नई तकनीकों की जानकारी के लिये ऐसी संगोष्ठियों में विचार-विमर्श का विशेष महत्व है। इससे विशेषतौर पर अनुसंधान के लिये ज्ञान में वृद्धि के साथ कौशल निर्माण भी होता है। तत्पष्चात् तकनीकी सैशन-1 में आरकेएसडी कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग के डॉ. सूरज तथा डॉ. रितु वालिया चेयरपरसन तथा को-चेयरपरसन ने विभिन्न प्रतिभागियों द्वारा रिसर्च पेपर प्रस्तुत करने के पश्चात् बताया कि वैश्विक आर्थिक चुनौतियों का समाधान करने के लिए तत्परता के साथ उनका हल निकालते हुये तीव्र आर्थिक विकास की ओर बढ़ने की आवश्यकता है।

दूसरे तकनीकी सैषन में डायरैक्टर कांषी राम रिसर्च सैंटर तथा चौधरी चरण सिंह विष्वविद्यालय मेरठ के अर्थशास्त्र विभाग के प्रो. डॉ. दिनेष शर्मा ने विशेष अतिथि तथा चेयरपरसन की भूमिका निभाई। सभी प्रतिभागियों द्वारा अपने रिसर्च पेपर प्रस्तुत करने के पश्चात् डॉ. दिनेश शर्मा ने डेलिगेटस को ऑनलाईन अर्थव्यवस्था की नवीनतम जानकारी दी। तत्पष्चात् वैलिडिक्टरी कार्यक्रम में डीन एकैडमिक डॉ. राजीव ने मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) एस.एस. तेवतिया का स्वागत किया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने अपने वक्तव्य में कहा कि ऐसी संगोष्ठियों का आयोजन विभिन्न विषयों में किया जाना चाहिए ताकि अनुसंधान का नवीनतम ज्ञान शोधकर्ताओं को समय-समय पर होता रहे तथा वे सही मार्गदर्षन से भविष्य में आने वाली कठिनाईयों का सामना कर सकें। अंत में प्रतिभागियों को शोध प्रमाण पत्र वितरित करने के पश्चात डॉ. प्रवीण कुमार ने सेमिनार के दोनों सत्रों की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुये सभी का धन्यवाद किया। इस सेमिनार में हिमाचल प्रदेष, जम्मू-कष्मीर, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेष, राजस्थान, चडीगढ़, दिल्ली, तमिलनाडू , उड़ीसा इत्यादि राज्यों से 60 प्रतिभागियों ने भाग लिया तथा अधिकतर डेलिगेट्स ने अपने-अपने शोधपत्र प्रस्तुत किये।