कोरोना में घर-घर शिक्षा की लौ पहुंचा रहा हर घर पाठशाला कार्यक्रम

एसके शर्मा। हमीरपुर

कोविड-19 महामारी के संकट में हर घर पाठशाला स्कूली बच्चों के लिए काफी उपयोगी सिद्ध हो रही है। हमीरपुर जिला में इस कार्यक्रम के अंतर्गत पहली से 12वीं कक्षा तक के 41 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को ऑनलाईन माध्यम से शिक्षा प्रदान की जा रही है। छात्रों व अभिभावकों ने कार्यक्रम के बेहतर क्रियान्वयन के लिए प्रदेश सरकार एवं विभाग का आभार जताया है। कोरोनाकाल में स्कूली बच्चों की पढ़ाई बाधित न होने पाए, इसी सोच के साथ प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की पहल पर हर घर पाठशाला कार्यक्रम गत वर्ष प्रारंभ किया था।

  • हमीरपुर जिला में 41 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं उठा रहे लाभ
  • उपयोगी पठन सामग्री उपलब्ध करवाने पर जताया संतोष

महामारी की दूसरी लहर के दौरान इस कार्यक्रम को विस्तार देते हुए साप्ताहिक प्रश्नोत्तरी एवं ईपीटीएम इत्यादि भी इसमें जोड़े गए हैं। ऑनलाईन माध्यम से प्रतिदिन छात्रों का शिक्षकों से संवाद एवं कठिन विषयों का समाधान तथा समय-समय पर अभिभावकों से संपर्क किया जा रहा है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लोअर हड़ेटा की छात्रा निशा का कहना है कि अरसे से पाठशाला बंद रहने के बावजूद बच्चों को हर घर पाठशाला के माध्यम से बेहतर पठन सामग्री उपलब्ध करवाई जा रही है।

वे कहती हैं कि प्रदेश सरकार द्वारा चलाया गया यह कार्यक्रम उनकी शिक्षा में काफी सहायक सिद्ध हो रहा है। इसी स्कूल की अमना शर्मा का कहना है कि प्रतिदिन उनकी ऑनलाईन कक्षाएं ली जा रही हैं। शिक्षकों की ओर से हर घर पाठशाला का वीडियो लिंक शेयर किया जाता है और अगर कोई विषय समझ न आए, तो ऑनलाईन कक्षा के दौरान उसका समाधान पूछ लेते हैं। लोअर हड़ेटा स्कूल में गणित विषय के प्रवक्ता रामेश्वर रांगड़ा का कहना है कि प्रदेश सरकार का यह नवोन्मेषी कदम छात्रों के लिए काफी लाभदायक सिद्ध हो रहा है।

सप्ताह में प्रति शनिवार को प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित करने का निर्णय बहुत ही सराहनीय है। इससे छात्रों की विषय पर पकड़ एवं उनकी प्रगति की जानकारी मिल रही है और जहां आवश्यक हो उसमें सुधार भी किया जा रहा है। उपनिदेशक (उच्च शिक्षा) दिलवरजीत चंद्र ने बताया कि हमीरपुर जिला में 9वीं से 12वीं कक्षा के 17 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं वर्चुअल माध्यम से जोड़े जा चुके हैं। 4 जून, 2021 तक 16,339 विद्यार्थी हर घर पाठशाला कार्यक्रम के अंतर्गत 2,488 शिक्षकों की देखरेख में कक्षाएं लगा रहे हैं, जो कि कुल छात्र संख्या का लगभग 94 प्रतिशत है।

प्रारंभिक स्तर पर इस अवधि में पहली से पांचवीं कक्षा के 13,683 बच्चे 829 शिक्षकों की देख-रेख में हर घर पाठशाला के माध्यम से पढ़ाई कर रहे हैं, जो कि कुल छात्रों का लगभग 94 प्रतिशत है। इसके अतिरिक्त 855 बच्चों को ऑफलाईन नोट्स भी उपलब्ध करवाए गए हैं। इसी प्रकार छठी से आठवीं कक्षा के 11,251 छात्र-छत्राएं 1,451 शिक्षकों की देखरेख में इस कार्यक्रम का लाभ उठा रहे हैं, जो कि कुल छात्र संख्या का लगभग 99 प्रतिशत है। इस वर्ग में 35 बच्चों को ऑफलाईन नोट्स उपलब्ध करवाए गए हैं। उपायुक्त देबश्वेता बनिक का कहना है कि जिला में हर घर पाठशाला कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं और शिक्षा विभाग को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।