इस राज्य में समाप्त हाे सकता है किसान आंदाेलन, दाे मांगाें पर बनी सहमति

उज्जवल हिमाचल। करनाल

करनाल किसान आंदोलन का पांचवां दिन अहम साबित होने जा रहा है। आंदोलन समाप्‍त हो सकता है। प्रशासनिक अधिकारियों और किसान नेताओं की अलग-अलग बैठक चल रही है। कुछ ही देर में किसान नेताओं और अधिकारियों के बीच लघु सचिवालय में बैठक शुरू हो जाएगी। बता दें देर शाम सिंचाई विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) देवेंद्र सिंह के साथ हुई बैठक में दो मांगों पर सहमति बन गई। जिला सचिवालय के मुख्य गेट के सामने पांच दिन से जारी किसानों का पड़ाव शनिवार को समाप्त हो सकता है।

इसकी नींव शुक्रवार को जिला सचिवालय में प्रशासनिक अधिकारियों और किसान संगठनों के प्रतिनिधिमंडल के बीच हुई तीन दौर की वार्ता में रखी गई। सवा चार घंटे चली वार्ता के दौरान मुख्य तीन मांगों पर चर्चा हुई। इनमें दो पर सहमति बन गई। आईएएस आयुष सिन्हा पर कार्रवाई और जांच को लेकर शनिवार सुबह 9 बजे फिर दोनों पक्षों में बातचीत शुरू हो गई है। वहीं, देर शाम वार्ता समाप्त होने के बाद किसान नेताओं के चेहरे पर सुकून साफ नजर आ रहा था। उन्होंने कहा कि बातचीत सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई।

वार्ता के दौरान अधिकारियों ने किसान संगठनों के प्रतिनिधिमंडल से कहा कि जांच के लिए वे अपनी तरफ से हाई कोर्ट के किसी सेवानिवृत्त न्यायाधीश का नाम सुझा सकते हैं। उम्मीद की जा रही है कि अब प्रशासन व किसानों के बीच मामला सुलझने के कगार पर पहुंच चुका है। वार्ता के बाद किसान नेताओं ने पड़ाव के तंबू में एलान कर दिया कि शनिवार का दिन ऐतिहासिक होगा। उपायुक्त निशांत यादव ने बताया कि किसानों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत सकारात्मक रही। कई बिंदुओं पर प्रशासन व किसानों के बीच सहमति बनी है।

कुछ बिंदुओं पर चर्चा होनी है, जिसके लिए शनिवार सुबह 9 बजे फिर किसान प्रतिनिधियों के साथ अधिकारियों की बैठक होगी। जल्द सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी, सुरेश कौथ, रतन मान, सेवा सिंह आर्य, राजेंद्र आर्य दादूपुर, रामपाल चहल, जगदीप सिंह औलख, गुरुमुख सिंह, राकेश बैंस, जसबीर भट्टी, मंजीत सिंह चौगांव, एडवोकेट मुनीष लाठर व अजय सिंह राणा शामिल थे।