फोरलेन के मुआवजे पर सदन को गुमराह कर रहे वनमंत्री: अजय महाजन

विनय महाजन। नूरपुर

पूर्व विधायक अजय महाजन ने कहा कि वन मंत्री राकेश पठानिया ने फोरलेन मुआवजे को लेकर सदन को गुमराह किया है। उन्होंने राजा के बाग में पत्रकारों से कहा कि वन मंत्री द्वारा सदन में बताया गया कि फोरलेन मुआवजे से संबंधित फाइल में देरी प्रभावित लोगों को अलग-अलग अवार्डों में मुआवजे को अंतर को लेकर की गई थी, जिसमें एक अवार्ड में एक कनाल की कीमत एक करोड़ रुपये व दूसरे अवार्ड में 18000 प्रति कनाल थी। जिसको ठीक करने के पश्चात यह फाइल आगे भेज दी गई।

जिस को ठीक करने के पश्चात यह फाइल आगे भेज दी गई। महाजन ने जानना चाहा कि अगर फोरलेन मुआवजे की एक भी दर को नूरपुर क्षेत्र में बढ़ाई गई हो या बराबर की गई हो तो उसको तथ्य सहित सार्वजनिक किया जाये। उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू व विधानसभा स्पीकर से आग्रह किया कि वन मंत्री द्वारा सदन को गुमराह किए जाने के संबंध में उनके खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव पास किया जाए महाजन ने कहा कि गत 4 साल से फोरलेन मुआवजे को लेकर कई कमेटियां बनी है। अंतिम कमेटी द्वारा 3 महीने में फैसला देना था लेकिन इस दौरान एक भी मीटिंग नहीं हुई। उन्होंने कहा कि डीसी कांगड़ा द्वारा कांगड़ा में ₹59000 प्रति वर्ग मीटर देने का फैसला किया गया था जबकि ऊना में 72000 पर प्रति स्क्वायर मीटर की दर से मुआवजा दिया गया है।

लेकिन अब नए नियम के मुताबिक नूरपुर क्षेत्र के फोरलेन प्रभावितों को ₹14000 प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से मुआवजे को देना तय हुआ है महाजन ने कहा कि उनकी फोरलेन प्रभावित लोगों को इतना कम जमीन का मुआवजा मिलने जा रहा है जिसके चलते लोगों को नया घर,व्यवसाय आदि पुनः स्थापित करना नामुमकिन हो जाएगा।

इस मौके पर सुदर्शन शर्मा,यशपाल पप्पू,विशाल शर्मा व कांग्रेस के अनेक पदाधिकारी मौजूद थे तथा फोरलेन पीडि़त भी उपस्थित थे।