पूर्व प्रधान ने तैयार किया खेती का देशी जुगाड़

पंकज कुमार। ज्वालामुखी

हिमाचली क्षेत्र में खेती बाड़ी करना आसान नहीं रहता, लेकिन फिर भी किसान भाई अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हैं कि कम समय और कम पैसा खर्च कर पैदाबार को बढ़ाया जाए, और लगातार किसान भाई ऐसे जुगाड़ पेश करते हैं जो सभी के लिए फायदेमंद होते हैं। ऐसा ही एक मामला गुम्मर गांव में देखने को मिला है, जहां एक पूर्व प्रधान व किसान ने एक साइकल के टायर से देशी जुगाड़ बनाया है और कुछ घण्टों में ही खेतों को बीजने का कार्य कर रहे हैं।

  • साइकल के टायर से बनाया हलोड
  • समय और पैसे की बचत के साथ कार्य में हो रही आसानी

इस देशी जुगाड़ को पहाड़ी भाषा मे हलोड कहा जाता है। इस बारे में गुम्मर पंचयात के पूर्व प्रधान व किसान रामलोक धनोटिया ने बताया कि आजकल पशुओं का मिलना मुश्किल है और छोटे खेत को बीजने के लिए ट्रेक्टर भी मुंह मांगी कीमत बसूलते हैं और खेत मे मक्की और गेंहू की गुडाई के लिए घण्टों लगते थे, इसी के चलते उन्होंने इस देसी जुगाड़ जिसे उन्होंने हलोड का नाम दिया है को बनाने के बारे में सोचा।

उन्होंने बताया कि कहीं पर उन्होंने हाथ से चलाए जाने वाले पुराने हलोड को देखा था वही से प्रेरणा लेकर उन्होंने इस देशी जुगाड़ को बनाया। उन्होंने बताया कि इस पर मात्र 2500 रुपये का खर्च आया है और हर कोई इसे आसानी से खेतों में चला सकता है और अपने छोटे खेतों की बिजाई, गुडाई व किचन गार्डन की साफ सफाई गुडाई कर सकता है।
इसको बनाने के लिए एक साइकल के टायर व लोहे की कुछ पत्तियों को बेल्डिंग द्वारा जोड़कर इसे तैयार किया गया है।