उज्जवल हिमाचल। हमीरपुर
भंग किए गए कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर पेपर लीक प्रकरण में आयोग के कर्ताधर्ता रहे पूर्व सचिव जितेंद्र कंवर को आखिरकार विजिलेंस ने गिरफ्तार कर लिया है। जितेंद्र कंवर से विजिलेंस की टीम पिछले कई दिनों से लगातार पूछताछ कर रही थी अधिकारी के गिरफ्तारी (arrest) के प्रयास कई दिनों से लगाए जा रहे थे। सरकार की तरफ से पूर्व सचिव के खिलाफ अभियोग चलाने की मंजूरी 1 मार्च को प्रदेश सरकार की तरफ से दी गई थी जिसके बाद अधिकारी को पेपर लीक प्रकरण में जूनियर ऑफिस अस्सिटेंट पोस्ट कोड 965 मामले में दर्ज एफआईआर में नामजद किया गया था।
इस मामले में अधिकारी के खिलाफ पर्याप्त पुख्ता सबूत जांच में विजिलेंस को प्राप्त हुए हैं जिसके चलते देर से ही सही लेकिन 6 साल तक आयोग के सचिव रहे अधिकारी को विजिलेंस (vigilance) ने गिरफ्तार करने की हिम्मत दिखाई है। गौरतलब है कि 23 दिसंबर 2022 को पेपर लीक प्रकरण का विजिलेंस ने भंडाफोड़ किया था।
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मामले में कर्मचारी चयन आयोग की गोपनीय शाखा में तैनात महिला कर्मचारी उमा आजाद समेत 6 लोगों पर केस दर्ज किया गया था जिसमें 2 अभ्यर्थी एक दलाल उमा आजाद के दो बेटे और घर पर काम करने वाला एक नौकर शामिल था। पेपर लीक प्रकरण में अभी तक 5 FIR अलग-अलग पांच पोस्टकोड में दर्ज हो चुकी है।