उज्जवल हिमाचल। नूरपुर
पिछली भाजपा सरकार के लचर रवैये से निराश फोरलेन पीड़ितों को वर्तमान सरकार से काफी उम्मीद है। गौरतलब है कि कांग्रेस के नेताओं ने भाजपा के शासनकाल में इन सभी समस्याओं को उठाया था व सरकार बनने पर उनकी समस्याओं को सुलझाने का वायदा भी किया था।
वर्तमान सरकार से इस मसले को उठाने को लेकर फोरलेन संघर्ष समिति की एक बैठक समिति के अध्यक्ष दरवारी लाल की अध्यक्षता में जसूर में संपन्न हुई। जिसमें आगामी विधानसभा सत्र के दौरान उपमुख्यमंत्री अग्निहोत्री से मिलकर आग्रह किया जाएगा कि भाजपा सरकार द्वारा किए गए फैसलों की पूर्व समीक्षा की जाए।
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बैठक में महासचिव द्वारा बताया गया कि चुनावों से पूर्व 18 अक्टूबर को अग्निहोत्री नूरपुर क्षेत्र में आए थे। तो समिति द्वारा फोरलेन प्रभावितों के साथ अन्याय की दास्तान उनके समक्ष रखी गई थी। अग्निहोत्री ने सरकार बनने पर भाजपा सरकार के कामों की समीक्षा करने का भरोसा दिलाया था। समिति के उपाध्यक्ष सुदर्शन शर्मा व सुभाष पठानिया के अनुसार गत सरकार द्वारा वायदा किया गया था कि फैक्टर दो लागू करके चार गुना मुआवजा दिया जाएगा।
लेकिन इसके विपरीत सर्कल रेट में ही 40% कटौती कर डाली। इसके चलते राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित बहुमूल्य जमीन में भवनों का नाममात्र मुआवजा ही प्रभावितों को मिल पाया तथा सैकड़ों परिवार सरकार के फैसले से उजड़ कर रह गए।
हाल ही में जिला कांगड़ा के सांसद किशन कपूर द्वारा संसद में फोरलेन संबंधी वक्त मामले उठाए जाने की प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए समिति के नेताओं ने कहा कि मुआवजे की दर राज्य सरकार द्वारा तय की जाती है जबकि वर्तमान सांसद पूर्व सरकार के कार्यकाल में तत्कालीन राज्य सरकार से कभी भी यह मामला नहीं उठा पाए। बैठक में बलदेव पठानिया, जुगल वर्मा, अशोक शर्मा, रामचंद शास्त्री, बीबी बक्शी आदि मौजूद रहे।