यहां पर कौढ़ियों के भाव बिक रहा अदरक

चमेल सिंह देसाईक। शिलाई

क्षेत्र की प्रमुख व नकदी फसल अदरक इन दिनों कौढ़ियों के भाव बिक रहा है। इसलिए किसानों में केंद्र व प्रदेश सरकार के प्रति रोष व्याप्त है। क्षेत्रीय किसानों के अनुसार गत वर्ष अदरक की फसल 70 रुपए प्रति किलो मंडियों ने ली थी। वर्तमान समय में 8 से 10 रुपए किलो अदरक मुश्किल से बिक रहा है। नकदी फसल की कीमत कम होने के कारण किसान चिंतित है कि परिवार का भरण-पोषण कैसे करेंगे तथा सालभर बच्चों की पढ़ाई व अन्य खर्चों की गुजर-बसर कैसे हो पाएगी।

उल्लेखनीय है कि जिला सिरमौर अदरक की फसल को लेकर को लेकर भारतभर में विख्यात है तथा जिला का अदरक अधिक पोष्टिक, स्वास्थ्यवर्धक व कई दर्जनों दवाइयों में इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन वर्तमान में अदरक के रेट ने किसानों को रोने पर मजबूर किया है, अब किसानों की आस केवल सरकार पर टिकी है कि सरकार किसानों का अदरक अच्छे मूल्य पर खरीद कर परिवारों को बिखरने से बचाने के प्रतास करेगी। किसान सभा के जिला अध्यक्ष रमेश वर्मा, टिका राम शर्मा, पंकज किसान, देवेंद्र सिंह, भूप सिंह, धर्म सिंह, दौलत सिंह व मदन सिंह ने बताया की अदरक पर प्रति किलो खर्चा करीब 40 रुपए के करीब लागत आती है।

इसलिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के मुताबिक न्यूनतम समर्थन मूल्य लागत को लागू करना चाहिए यदि सरकार का बेरुखीभरा रवैया रहता है, तो किसान धीरे-धीरे अंदर ही घुटकर मर जाएगा। सरकार को ऐसी नीति बनानी चाहिए कि किसान अपनी फसलों के साथ खुद को जिंदा रखकर देख को अन्न देता रहे।