भारी बारिश ने मचाई तबाही, बगीचों को भारी नुक्सान

आनी में बारिश ने मचा दी तबाही, टिप्पर बहा, पुल टूटा, कई घरों को खतरा

शकुंतला ठाकुर। कुल्लू

मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए यलो अलर्ट के बीच जिला कुल्लू के आनी उपमंडल के अमरबाग कुशकुटल में शुक्रवार देर रात्रि भारी बारिश ने क्षेत्र में खासी तबाही मचाई। तेज बारिश के बाद आई बाढ़ से क्षेत्र में जहां उपजाऊ भूमि सहित फलदार सेब पौधे को नुकसान हुआ है। इसके अलावा सड़क किनारे खड़ा टिप्पर भी बाढ़ की चपेट में आ गया। इसके अलावा एक छोटा पुल भी क्षतिग्रस्त हुआ है। बाढ़ के ख़ौफ़ से ग्रामीण बेहद सहमे हुए हैं। उधर, कुटल अमर बाग क्षेत्र में तीन-चार घरों को भू-स्खलन का खतरा पैदा गया है।

इन घरों के लोगों ने अपने रिहायशी मकान छोड़कर खौफ के साये में खुले में रात गुजारी। भारी बारिश से हुई इस क्षति का जायजा लेने के लिए आनी से पुलिस व प्रशासन की टीम जल्द मौके के लिए रवाना हो गई है । वहीं, आउटर सिराज में लगातार बारिश होने से भू-स्खलन का खतरा बढ़ गया है। बीती रात आनी ब्लॉक की जाबन ओर नमहोंग पंचायत के अमरबाग कुशकुटल में भारी बारिश से सड़क से एक टिपर गाड़ी वह गई है। इसके अलावा ग्रामीणों के घरों में दरारे आ गई है। सेव के बागीचे वह गए है। एक छोटा पुल भी वह गया। कुटल अमरबाग में रिहायशी मकानों को भू-स्खलन का खतरा बना हुआ है। मरोहलदल के तांबेराम व अमरबाग के नीरज डोगरा ने बताया कि उनके घरों व सेब के बागीचे को नुकसान हुआ है।

गुलाब राम का भी सेव के पेड़ वह गए है। गांव के लोग बीतीरात आने घरो को छोड़कर दूसरी जगह चले गए है। तहसीलदार दलीप शर्मा ने कहा कि आनी के अमरबाग में भारी बारिश भू-स्खलन हुआ है। इस बारे मौके का जायजा लेने प्रशासन टीम भेज दी गई है। राजस्व विभाग पुरे स्थल का निरिक्षण करके रिपोर्ट तैयार करेंगे, जिनका नुकसान हुआ है, उनकी सूची बनाई गई है। मौसम विभाग ने पहले ही भारी बारिश की चेतावनी दी है। आम जनता की आगह किया जाता है कि लोग नदी किनारे न जाएं। इसी तरह निथर के कुठेड़ में भी भारी बारिश से नुकसान हुआ है। आनी ब्लॉक के विभन्न गांव मे भारी बारिश होने से भू-स्खलन का खतरा बना हुआ है।

उधर, मौसम विभाग ने ने 27 से 30 अगस्त तक येलो अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के मैदानी जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा और मध्य पर्वतीय जिलों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू और चंबा के कई भागों में आगामी दिनों तक भयंकर बारिश होने के आसार हैं। वहीं, आगामी 2 सितंबर तक पूरे प्रदेश में मौसम खराब बना रहेगा। अगले चार दिनों तक सैलानियों को खतरनाक स्थलों से पर ना जाने की हिदायत दी है। साथ ही स्थानीय लोगों और पर्यटकों को नदी व नालों से दूर रहने की
सलाह दी है।