हिमाचलः फोरलेन के सर्वे के कारण 41 परिवारों को सताया विस्थापन का खतरा

Himachal: 41 families face the threat of displacement due to four lane survey
हिमाचलः फोरलेन के सर्वे के कारण 41 परिवारों को सताया विस्थापन का खतरा

उज्जवल हिमाचल। हमीरपुर
शिमला-मटौर फोरलेन (Shimla-Matour Forlane) के फेज 5 के तहत कोहली में 41 परिवारों को विस्थापन का खतरा सता रहा है। इस फोरलेन के निर्माण के फेज 5 के अंतर्गत जमीन अधिग्रहण का कार्य जल्द ही पूरा होने वाला है। यहां पर फोरलेन के निर्माण के लिए दो सर्वे किए गए हैं जिसमें एक सर्वे कोहली बाजार से होते हुए हैं जबकि दूसरा सर्वे बाजार से हटकर है।

स्थानीय ग्रामीणों और दुकानदारों का कहना है कि बाजार से हटकर जो सर्वे किया गया है। उसको आधार मानकर ही फोरलेन का निर्माण किया जाए। इस सिलसिले में ग्रामीणों ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को जिला मुख्यालय हमीरपुर में ज्ञापन सौंपा है।

ग्रामीण दरअसल यहां पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को ज्ञापन सौंपने के लिए आए थे लेकिन उनकी गैरमौजूदगी में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को यह ज्ञापन सौंपा गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि इससे पहले वह एनएचएआई को भी ज्ञापन सौंप चुके हैं।

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ग्रामीणों का यह भी तर्क है कि जो दूसरा सर्वे फोरलेन के निर्माण के लिए बाजार से हटकर किया गया है। वह बेहतर है क्योंकि उससे फोरलेन की दूरी भी कम हो रही है और कोई स्थानीय निवासी बेघर भी नहीं हो रहा है जबकि बाजार से होते हुए फोरलेन का निर्माण अधिक लंबा पड़ रहा है और सैकड़ों लोग भी विस्थापित हो रहे हैं।

इस मामले में स्थानीय लोगों ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से हस्तक्षेप करने की मांग उठाई है ताकि एनएचएआई पूर्व में बाजार से हटकर किए गए सर्वे को यहां पर कंसीडर करे। स्थानीय निवासी हरनाम सिंह का कहना है कि उम्र के इस पड़ाव में वहां मकान नहीं बना सकते हैं, वह अपनी पत्नी के साथ घर पर रहते हैं जबकि उनके बच्चे विदेश में रहते हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व में जो सर्वे बाजार से हटकर किया गया था वह सर्वे बेहतर है। उससे रोड भी कम दूरी का होगा और लोगों का विस्थापन भी नहीं होगा।

संवाददाताः विजय ठाकुर

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