सत्ता में भाजपा-कांग्रेस बैठे बारी-बारी, इस बार ‘APP’ ने दिखाई मिथक तोड़ने की बेकरारी

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा

कांगडा में आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता कल्याण भंडारी ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हिमाचल में भाजपा सरकार का कथाकथित डबल इंजन का गुब्बारा पूरी तरह से फट चुका है और हर विधान सभा क्षेत्र में सत्ता विरोधी लहर प्रचंड वेग से चल रही है। जुमलों की बरसात कर वोटों की बंपर फसल हासिल कर केंद्र और राज्य में सत्तासीन भाजपा सरकार हर मोर्चे पर फेल हो गई है। परिणाम स्वरूप सूबे का हरेक व्यक्ति अपने आप को ठगा और उपेक्षित महसूस कर रहा है। 2014 और 2019 के लोक सभा चुनाव में प्रचंड व अप्रत्याशित जीत दिलवाने के बाद भी हिमाचल प्रदेश केंद्र सरकार की घोर अनदेखी का शिकार है और राज्य में किसी भी तरह का कोई प्रोजेक्ट, योजना या विकास का कोई उल्लेखनीय कार्य पूरा नहीं किया गया है।

भंडारी ने कहा कि केंद सरकार के साथ राज्य सरकार के खिलाफ़ आम जनता में जबरदस्त तरीके से रोष व्याप्त है। हिमाचल प्रदेश के सभी भाजपा सांसद साढ़े सात साल बाद भी किसी तरह का कोई प्रोजेक्ट अपने लोकसभा क्षेत्र में ला पाने में कामयाब नहीं हो पाए हैं और राज्य की जयराम सरकार ” खड़ाऊ सरकार ” बन कर रह गई है जो लगातार दिल्ली से मिलने वाले निर्देशों पर निर्भर है और अपने स्तर पर कोई बड़ा निर्णय लेने में अक्षम है। बार बार मुख्यमंत्री को दिल्ली दरबार जाना पड़ता है। जनमानस से जुड़े मुद्दों को उठाने सड़क पर उतरे आम आदमी पार्टी के वॉलंटियर्स पर लाठियां भांजकर भाजपा सरकार अपनी सियासी विदाई का बंदोबस्त कर रही है। लिहाजा पूरे प्रदेश में केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ़ डबल इंजन की रफ्तार से सत्ता विरोधी लहर प्रबल तरीके से चल रही है।

वहीं, भण्डारी ने कांग्रेस पार्टी द्वारा समानांतर विधान सभा की कार्यवाही चलाने पर तंज कसते हुए कहा कि पार्टी 2022 में सत्ता वापसी की उम्मीद लगाए बैठी है परंतु आम आदमी पार्टी एक दमदार विकल्प के रूप में भाजपा -कांग्रेस की परस्पर सत्ता के सूटकेस की अदला -बदला की रिवायत को नेस्तनाबूद करेगी।

मोदी सरकार केवल चुनावी जीत सुनिश्चित करने के मकसद से पूरी तरह राजनीतिक प्रपंच व टोटकों में आकंठ डूब कर रह गई है। आश्चर्य की बात है वर्तमान सत्ता प्रतिष्ठान का ” दिल्ली -इंजन ” देश में 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अन्न उपलब्ध करवाने की बात कर कबूल रहा है कि आज 135 करोड़ आबादी वाले हमारे देश में 80 करोड़ लोग गरीबी रेखा से नीचे आ चुके हैं। देश में थोक महंगाई दर 14.23 % तक पहुंच गई है। दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश कैग रिपोर्ट के अनुसार 62212 करोड़ रूपए के ऋण में डूब चुका है।