उज्जवल हिमाचल। चंबा
चंबा (CHAMBA) के ऐतिहासिक चौगान में विशाल पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। लगाई गई इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे लाना है। चंबा के सबसे वरिष्ठ नागरिक रत्न चंद शर्मा ने इस बारे अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि आज की दौड़ भारी जिंदगी में जो बच्चे अपने पुराने इतिहास को भूलते जा रहे और केवल नेट के सहारे अपनी जिंदगी को धकेल रहे है, उनके लिए यह प्रदर्शनी बेहद जरूरी है।
लगातार पिछले 50 वर्षाे से इस प्रदर्शनी का आयोजन कर रहे कामरेड रत्न चंद का कहना है कि उन्होंने पीछे कोरोना काल के दौरान दो वर्षाे तक इस प्रदर्शनी को नहीं लगा पाए थे। पर अब उन्होंने फिर से इस रूटीन को शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि चंबा हमारी प्राचीन नगरी जरूर है, पर बाबजूद इसके चंबा पिछड़े पन की गणना में भी आता है।
उन्होंने पुस्तक की महत्ता के बारे जानकारी देते हुए बताया कि आज के समय में हमारे बच्चे अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे है केवल मोबाइल को ही अपना जीवन बना बैठे हुए है उनके लिए पुस्तक ही एक ऐसा माध्यम है जिसको की पढ़ने के बाद उस बच्चे में जागरूकता बढ़ेगी।
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उन्होंने बताया कि यह पुस्तक प्रदर्शनी जोकि आज से शुरू हुई है और यह पूरे 8 दिनों तक चलेगी। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते है कि लगाई गई इस पुस्तक प्रदर्शनी को छोटे से छोटा और बड़े से बड़ा आकर इन पुस्तकों का अध्ययन करे और अपनी ज्ञानवर्धता को बढ़ाए।
इस मौके पर पह नीचे चंबा सदर के विधायक नीरज नय्यर ने भी इस प्रदर्शनी का अवलोकन किया और कहा कि आज के समय हमारी आने वाली पीढ़ी जोकि खासकर किताबों से विमुख होती जा रही है उनके लिए यह पुस्तक प्रदर्शनी काफी लाभदायक सिद्ध होगी।