उज्जवल हिमाचल। रैत
द्रोणाचार्य शिक्षण स्नातकोत्तर महाविद्यालय (Dronacharya college) में संजीवनी क्लब और 6 एएम क्लब के सौजन्य से महाराणा प्रताप की 484वीं जयंती बड़ी धूमधाम से मनाई गई। महाविद्यालय के कार्यकारिणी निदेशक बीएस पठानिया ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम की शुरुआत माता सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया गया।
इसके बाद विवेकानंद, टैगोर, राधाकृष्णन और कलाम सदन के बच्चों खुशबू, अजेयता, परिधि और दीक्षा ने महाराणा प्रताप की जयंती पर उनका जीवन परिचय दिया। वहीं, स्वाति ने एक कविता के माध्यम से महाराणा प्रताप के पूरे इतिहास को बताया। इसके बाद प्रधानाचार्य डॉ. प्रवीण कुमार शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीयता के बिना कोई राष्ट्र जिंदा नहीं रह सकता।
उन्होंने कहा कि पहली बार स्वतंत्रता का अलख जगाया। आज वीरों का इतिहास जरूरी है और अपने देश के वीरों के बारे में बच्चों को पढ़ाया जाना चाहिए ना कि मुगलों को। जो काम इन वीरों ने समाज के लिए किए हैं। हमें उन्हें याद करना चाहिए और उनका प्रसार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जानवरों के प्रति महाराणा प्रताप का स्नेह था और यह स्नेह लोगों को भी जानवरों से करना चाहिए।
यह खबर पढ़ेंः हिमाचलः केंद्र में 450 सांसदों वाली कांग्रेस आज 40 पर सिमट गईः बिंदल
उन्होंने उनके घोड़े चेतक के बारे में भी बताया कि किस तरह एक घोड़ा भावनात्मक रूप से राणा प्रताप से जुड़ा हुआ था। इसके बाद कार्यकारिणी निदेशक डॉ. बीएस पठानिया ने संजीवनी क्लब को बधाई दी और महाराणा प्रताप के आदर्शों को बताया। उन्होंने पराक्रम, साहस, त्याग, बलिदान, तपस्या, दृढ़ निश्चय को जीवन में उतरने पर बल दिया।
इसके बाद बच्चों को पुरस्कृत किया गया। प्रियंका भारती ने सभी का धन्यवाद किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रबंधक निदेशक जीएस पठानिया, कार्यकारिणी निदेशक बीएस.पठानिया, प्रधानाचार्य डॉ.प्रवीण कुमार शर्मा सहित समस्त अध्यापक वर्ग एवं सभी अतिथिगण इस मौके पर उपस्थित रहे।