प्राकृतिक खेती को लेकर देश में मॉडल राज्य के तौर पर उभरा हिमाचल प्रदेश

प्रदेश में एक लाख से अधिक किसानों ने अपनाई प्राकृतिक खेती

उज्जवल हिमाचल। मंडी

हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक खेती को लेकर देश के लिए मॉडल राज्य के तौर पर सामने आया है। जहां एक लाख से अधिक किसानों द्वारा प्राकृतिक खेती को अपनाया गया है। यह बात गुरुवार को कृषि विज्ञान केंद्र मंडी की वार्षिक वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक के उपरांत कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. विनोद कुमार शर्मा द्वारा मीडिया के साथ अनौपचारिक बातचीत में कही।

डॉ. विनोद कुमार शर्मा ने कहा कि वार्षिक वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक में किसानों की आय को बढ़ाने को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। इसके तहत एकीकृत कृषि प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसमें किसानों को खेती के साथ डेयरी और मशरूम फार्मिंग और पोल्ट्री उत्पादन को लेकर जागरूक किया जाएगा। इसके साथ किसानों को दलहन और तिलहन फसलों को उगाने को लेकर जागरूक किया जाएगा।

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विनोद कुमार शर्मा ने कहा कि इसके तहत किसानों के लिए अधिक से अधिक ट्रेनिंग कार्यक्रम और जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा विश्व मोटा अनाज वर्ष घोषित होने पर मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। इसमें किसानों के खेतों पर मोटे अनाज की खेती को लेकर डेमोंसट्रेशन विभाग द्वारा दिया जाएगा। मोटे अनाज को उगाने के साथ-साथ किसानों द्वारा खुद अपने खाने में भी उपयोग में लाने को लेकर जागरूकता की जाएगी। इसके साथ किसानों को प्राकृतिक खेती की ओर कार्य करने को लेकर प्रेरित किया जाएगा।

संवाददाताः उमेश भारद्वाज

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